ऊंचे स्तरों पर हुई मुनाफावसूली और करीब करीब सभी बड़े टेक्नोलॉजी शेयरों में ताजा शार्ट पोजीशन बनने से गुरुवार को बाजार ठंडा पड़ गया और सूचकांकों में खासी गिरावट आ गई।
यह करेक्शन 31 जुलाई की एक्सपायरी से पहले आने वाले और करेक्शनों में पहला है। निफ्टी जुलाई वायदा दिन भर ही 50 अंकों केसीमित दायरे में ही काम करता रहा है क्योंकि कारोबारी ऊंचे स्तरों पर शार्ट कर रहे थे और नीचे में कवरिंग कर रहे थे। ब्लूमबर्ग के आंकडाें के मुताबिक निफ्टी वायदा के आधे सौदे 4430 के औसत भाव पर हुए और खरीदारी के बिड बिकवाली से ज्यादा रहे।
जुलाई वायदा में इंट्रोडे में 42 लाख शेयर ओपन इंटरेस्ट में जुड़े लेकिन क्लोजआउट में यह करीब 13.3 लाख शेयर घट गए, जिससे साफ है कि डे ट्रेडर मुनाफावसूली कर रहे हैं। निफ्टी अगस्त वायदा में 11.2 लाख शेयर ओपन इंटरेस्ट में जुड़े जो जुलाई वायदा से एक्सपायर होने वाले सौदों से कम थे। इससे साफ है कि कारोबारी अपने सौदे अगस्त में रोलओवर नहीं करना चाहते।
आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक, रिलायंस कम्युनिकेशन, टाटा पावर और टाटा स्टील में सबसे ज्यादा मुनाफावसूली रही और शार्ट पोजीशन भी बनी। इनमें रोलओवर भी कमजोर रहे क्योंकि सटोरिए काफी सतर्क हैं और जुलाई एक्सपायरी के लिए बचे बाकी पांच दिनों के लिए इंतजार करना चाहते हैं।
कॉल ऑप्शंस की बिकवाली केवल 4500-4600 के स्ट्राइक प्राइस पर आउट ऑफ मनी (जहां स्ट्राइक भाव स्पॉट भाव से ज्यादा होता है)नहीं बल्कि ऐट द मनी कॉल में भी 4400 के स्ट्राइक भाव पर हो रही थी। यह भी देखा गया कि पुट की 4200, 4300 और 4400 के भाव पर खरीदारी हो रही है। इससे साफ है कि कारोबारी उम्मीद कर रहे हैं कि निफ्टी 4300-4400 के बीच सेटल होगा और जुलाई एक्सपायरी से पहले इसका निचला स्तर 4250 पर होगा।