भारत के 91 फीसदी विद्यार्थी मानते हैं कि प्रोफेशनल सर्टिफिकेट उनकी नौकरी में सफलता के लिए सहायक होगा जबकि 96 फीसदी का मानना है कि इससे ग्रेजुएशन के बाद रोजगार पाने में मदद मिलेगी। यह जानकारी एक हालिया सर्वेक्षण में सामने आयी है।
ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म Coursera द्वारा कराए गए अध्ययन के मुताबिक भारतीय एम्पलायर्स ऑस्ट्रेलिया,ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के अपने समकक्षों के मुकाबले नौकरी पर रखने का फैसला करने के दौरान प्रोफेशनल सर्टिफिकेट को अधिक महत्व देते हैं।
यह सर्वेक्षण ऑस्ट्रेलिया, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, भारत, मैक्सिको, सऊदी अरब, तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और अमेरिका सहित 11 देशों के करीब पांच हजार विद्यार्थियों और नियोक्ताओं पर किया गया है।
सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘दुनिया के अन्य देशों के औसत 90 फीसदी के मुकाबले भारत के 91 फीसदी विद्यार्थी मानते हैं कि प्रोफेशनल सर्टिफिकेट उन्हें एम्प्लायर्स के सामने खड़े होने और ग्रेजुएशन के बाद रोजगार पाने में सहायक साबित होगा।’’
वैश्विक साझेदारों के 88 फीसदी के मुकाबले 92 फीसदी भारतीय मानते हैं कि प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कैंडिडेट की रोजगार क्षमता को बढ़ा देते हैं जो संकेत देता है कि वे कैंडिडेट को रोजगार देते वक्त प्रोफेशनल सर्टिफिकेट को प्राथमिकता देते हैं।
सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘ सर्वेक्षण में शामिल 91 फीसदी विद्यार्थियों का मानना है कि प्रोफेशनल सर्टिफिकेट उन्हें नौकरी मिलने के बाद प्रोफेशनल प्लेटफॉर्म पर सफल होने में मदद करेगा जबकि वैश्विक स्तर पर ऐसा मानने वालों का औसत 86 फीसदी है।’’
अध्ययन के मुताबिक, ‘‘भारतीय एम्प्लायर्स (85फीसदी) प्रोफेशनल सर्टिफिकेट को अपने ऑस्ट्रेलियाई, ब्रिटिश, जर्मन और फ्रांसीसी एम्प्लायर्स (71 फीसदी) के मुकाबले अधिक महत्व देते हैं।’’