facebookmetapixel
नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का पड़ोसी दरभंगा पर कोई प्रभाव नहीं, जनता ने हालात से किया समझौताEditorial: ORS लेबल पर प्रतिबंध के बाद अन्य उत्पादों पर भी पुनर्विचार होना चाहिएनियामकीय व्यवस्था में खामियां: भारत को शक्तियों का पृथक्करण बहाल करना होगाबिहार: PM मोदी ने पेश की सुशासन की तस्वीर, लालटेन के माध्यम से विपक्षी राजद पर कसा तंज80 ही क्यों, 180 साल क्यों न जीएं, अधिकांश समस्याएं हमारे कम मानव जीवनकाल के कारण: दीपिंदर गोयलभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की आवश्यकता पर दिया जोरपीयूष पांडे: वह महान प्रतिभा जिसके लिए विज्ञापन का मतलब था जादूभारत पश्चिम एशिया से कच्चा तेल खरीद बढ़ाएगा, इराक, सऊदी अरब और UAE से तेल मंगाकर होगी भरपाईBlackstone 6,196.51 करोड़ रुपये के निवेश से फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी खरीदेगी हिस्सेदारीवित्त मंत्रालय 4 नवंबर को बुलाएगा उच्चस्तरीय बैठक, IIBX के माध्यम से सोने-चांदी में व्यापार बढ़ाने पर विचार

Cyber Crime: पंजाब खनन विभाग की बना डाली फर्जी वेबसाइट, बनाता था नकली रसीदें, फॉर्म

फर्जी पर्चियों में आधिकारिक खनन वेबसाइट की तर्ज पर क्यूआर स्कैनर कोड भी था जिससे वाहन सभी सुरक्षा जांच से आसानी से निकल सकें।

Last Updated- March 03, 2025 | 8:14 PM IST
Cyber Crime
प्रतीकात्मक तस्वीर

पंजाब में खनन विभाग की फर्जी वेबसाइट का संचालन करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि एसएएस नगर के खरड़ के रहने वाले आरोपी गौरव कुमार ने खनन विभाग की मूल आधिकारिक वेबसाइट की तरह फर्जी वेबसाइट बनाई थी ताकि वह अवैध खनन में शामिल वाहनों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए नकली रसीदें और फॉर्म बना सके।

डीजीपी ने बताया कि फर्जी पर्चियों में आधिकारिक खनन वेबसाइट की तर्ज पर क्यूआर स्कैनर कोड भी था जिससे वाहन सभी सुरक्षा जांच से आसानी से निकल सकें। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी ने फिरोजपुर के एक व्यक्ति के साथ मिलीभगत करके खनन की 2,000 से अधिक फर्जी रसीदें तैयार कीं, जिससे सरकारी खजाने को लगभग 40-50 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
डीजीपी ने बताया कि वेबसाइट का ‘बैकअप’, फर्जी रसीदों का विवरण, वाहनों की तस्वीरें, खनन सामग्री के स्रोत संबंधी जानकारियां तथा अपराध में प्रयुक्त कंप्यूटर सिस्टम सहित डेटा बरामद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे गठजोड़ का पता लगाने के लिए मामले की जांच जारी है।

साइबर अपराध प्रभाग की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) वी. नीरजा ने बताया कि खनन विभाग के मुख्य अभियंता द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद इस मामले की जांच शुरू की गई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि खनन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से छेड़छाड़ की गई है और अवैध खनन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक फर्जी वेबसाइट का इस्तेमाल किया जा रहा है।

(एजेंसी इनपुट के साथ) 

First Published - March 3, 2025 | 8:14 PM IST

संबंधित पोस्ट