महाराष्ट्र सरकार ने कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों के बीच आज घोषणा की कि दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और गोवा से राज्य में पहुंचने वाले सभी हवाई एवं रेल यात्रियों को यात्रा शुरू करने से पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण की नकारात्मक रिपोर्ट लेनी होगी। हालांकि राज्य सरकार शुरू में दिल्ली एवं मुंबई के बीच हवाई तथा ट्रेन सेवाओं में कमी या निलंबन करने पर विचार कर रही थी, लेकिन अब यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य कर दिया है। विमानन एवं यात्रा क्षेत्र के अधिकारियों ने कहा कि यह कदम लोगों को यात्रा करने के लिए हतोत्साहित करेगा। मुंबई-दिल्ली देश का सबसे व्यस्त हवाई मार्ग है, जिसमें लगभग 50 दैनिक हवाई यात्राओं में 6,000 से अधिक दैनिक यात्री सफर करते हैं।
महाराष्ट्र के मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा आज नई मानक संचालन प्रक्रिया जारी की गई और बुधवार से लागू होगी। सभी हवाई यात्रियों को राज्य की यात्रा से 72 घंटे पहले आरटी पीसीआर टेस्ट कराना होगा। ट्रेन यात्रियों के मामले में 96 घंटे पहले के परीक्षण की आवश्यकता होगी।
नकारात्मक आरटी पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट नहीं ले जाने वाले यात्रियों को महाराष्ट्र आने पर आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य रूप से कराना होगा। परीक्षण के बाद ही किसी यात्री को घर जाने की अनुमति होगी। आने वाले यात्रियों को अपने संपर्क विवरण साझा करने होंगे और यदि परीक्षा परिणाम सकारात्मक है तो उन्हें प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
तरुण गोगोई का निधन
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का सोमवार को निधन हो गया। पिछले दिनों कोविड-19 संक्रमण होने पर उपचार के बाद वह ठीक हो गए थे। लेकिन एक बार फिर हालत बिगडऩे पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शाम को उनका निधन हो गया।। गोगोई 84 वर्ष के थे। उनके परिवार के पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं।
2001 से 2016 तक तीन बार असम की कमान संभालने वाले गोगोई तीताबोर विधानसभा से चुने गए थे। वह छह बार सांसद भी रहे और दो बार उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली।
गोगोई के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत र्क नेताओं ने शोक प्रकट किया। राष्ट्रपति ने उनके निधन को एक युग का अवसान बताया और प्रधानमंत्री ने उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। राहुल ने गोगोई को महान शिक्षक बताया, जिन्होंने पूरा जीवन असम के लोगों को साथ लाने में समर्पित कर दिया। भाषा