रियल एस्टेट क्षेत्र में इस साल के एक सबसे बड़े सौदे के तहत शापूरजी पलोनजी समूह की रियल एस्टेट इकाई शापूरजी पलोनजी रियल एस्टेट (एसपीआरई) ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी एशिया प्रगति से 10 करोड़ डॉलर यानी करीब 750 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस मामले से अवगत सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसपीआरई ने करीब 20 फीसदी की दर पर एशिया प्रगति से संरचित ऋण लिया है। उन्होंने कहा कि एनबीएफसी आमतौर पर डेवलपर को अपने ऋण से दोगुना कवर लेती है। एशिया प्रगति हॉन्ग कॉन्ग के वैश्विक निवेशक पीएजी की इकाई है।
सलाहकारों ने कहा कि कोविड के कारण पैदा हुई मंदी के माहौल में रियल एस्टेट एवं एनबीएफसी के कमजोर नकदी प्रवाह के बीच यह सौदा काफी महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह सौदा इस लिहाज से भी महत्त्वपूर्ण है कि एनबीएफसी डेवलपर ऋण दे रही है ताकि उसकी परिसंपत्ति हल्की हो सके। सूत्रों ने कहा, ‘एसपीआरई को ऋण पुनर्भुगतान संबंधी कुछ देनदारियों को पूरा करना है और इसके लिए वह रकम जुटाने की पहल कर रही है।’ उन्होंने कहा कि एसपीआरई ने अपने कुछ ऋण के अदायगी के लिए मोहलत का भी लाभ उठा रही है।
शापूरजी पलोनजी रियल एस्टेट के मुख्य कार्याधिकारी वेंकटेश गोपालकृष्णन ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया। इस बाबत जानकारी के लिए एशिया प्रगति को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं आया। इस सौदे के लिए सलाहकार एनारॉक कैपिटल के प्रवक्ता ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
शापूरजी पलोनजी समूह अपने ऋण दायित्व को पूरा करने के लिए रकम जुटाने की संभावनाएं तलाश रहा था। हाल में खबरों में कहा गया था कि समूह अपने ऋण दायित्वों को पूरा करने के लिए 40 करोड़ डॉलर जुटाने के उद्देश्य से ब्रुकफील्ड से बातचीत कर रहा था। इसके अलावा शापूरजी समूह रकम जुटाने के लिए अपनी सौर परिसंपत्तियों से लेकर टोल रोड तक को बेचने की भी योजना बना रहा था। ब्लूमबर्ग के अनुसार, कंपनी को 2021 तक 95 करोड़ डॉलर का ऋण चुकाना है। करीब 150 साल पुरानी कंपनी एपीआरई के पास ठाणे, मुंबई, पुणे, बेंगलूरु में 11 रिहायशी परियोजनाएं और चार वाणिज्यिक परियोजनाएं हैं। कंपनी की वेबसाइट पर इसकी जानकारी दी गई है।
इसी साल मई में एक बातचीत के दौरान शापूरजी के गोपालकृष्णन ने कहा था कि कंपनी अगले छह महीनों में 60 से 70 फीसदी बिक्री तक पहुंच जाएगी और उन्हें लगता है कि कोविड संबंधी समस्याओं के कारण इस साल बिक्री में 35 से 40 फीसदी तक की गिरावट दिख सकती है। उन्होंने कहा था कि कंपनी आगे चलकर तीन बेडरूम वाले अपार्टमेंट की हिस्सेदारी बढ़ाएगी।
एशिया प्रगति ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि वह एक शून्य ऋण वाली एनबीएफसी है।
