जेट एयरवेज के पुनररुद्धार में दिलचस्पी दिखाने वाले दो बोलीदाताओं में से एक कालरॉक कैपिटल ने इस प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाए हैं। संशोधित बोली हासिल करने के लिए लेनदारों के निर्णय के बाद कालरॉक ने ये सवाल उठाए हैं।
कालरॉक ने जेट एयरवेज के लेनदारों को लिखे पत्र में कहा है कि बोली की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होनी चाहिए और उसे दिवालिया कंपनी वर्जिन ऑस्ट्रेलिया के सफल समाधान की तरह होना चाहिए। जेट के लिए समाधान प्रक्रिया से अवगत एक सूत्र ने कहा कि कालरॉक कैपिटल की कारोबारी योजना को इंपीरियल कैपिटल की योजना से अधिक रैंक दिया गया था और बोली जमा करने में किसी भी तरह की देरी से वह परेशान हो सकती है। सोमवार को लेनदारों की समिति ने दो बोलीदाताओं- कालरॉक कैपिटल और इंपीरियल कैपिटल, एफएसटीसी और बिग चार्टर्स के कंसोर्टियम को अपनी योजनाओं में संशोधन करने और अंतिम बोली जमा कराने के लिए अतिरिक्त समय दिया था।