सिलिकॉन वैली नाम से भी फेमस बेंगलुरु अगले 10 वर्षों में दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते मिलियनेर्स के लिए प्रमुख केंद्रों में से एक होगा। साथ ही ब्रिक्स देशों के बीच भारत में प्राइवेट एसेट में सबसे बड़ी वृद्धि देखने को मिल सकती है। न्यू वर्ल्ड वेल्थ के साथ हेनले एंड पार्टनर्स की तरफ से पब्लिश एक नई वेल्थ रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
रिपोर्ट में 10 ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले निवासियों की संपत्ति यानी एसेट का आकलन किया गया है।
रिपोर्ट में पाया गया कि पिछले एक दशक के दौरान चीन में निजी संपत्ति में 92 प्रतिशत की शानदार वृद्धि हुई है और देश में 10 लाख डॉलर से ज्यादा नेटवर्थ वाले (मिलियनेर्स) 862,400 लोग हैं। इसमें से 2352 लोगों की नेटवर्थ 1 अरब डॉलर से ज्यादा है जबकि 305 अरबपति हैं।
BRICS की हाई नेटवर्थ वाले लोगों की संख्या की लिस्ट में भारत दूसरे स्थान पर है। इंडिया में 326,400 मिलियनेर हैं जिसमें से 1000 लोगों की नेटवर्थ 1 अरब डॉलर से ज्यादा है और देश में कुल 120 अरबपति है। पिछले 10 वर्षों के दौरान भारत में भी निजी संपत्ति में 85 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
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ब्रिक्स के शीर्ष 10 सबसे अमीर शहर की लिस्ट में चीन का बीजिंग टॉप पर है और इस शहर में 42 बिलियनर्स के अलावा एक अरब डॉलर से ज्यादा नेटवर्थ वाले 322 लोग रहते हैं।
सूचि में चौथे नंबर पर भारत की फाइनेंशियल कैपिटल कहें जाने वाला शहर मुंबई है। मायानगरी में 29 बिलियनर्स रहते है जबकि 236 लोग ऐसे हैं जिनकी नेटवर्थ 1 अरब डॉलर से ज्यादा है। लिस्ट में दूसरे नंबर पर चीन का शंघाई, तीसरे पर दुबई, पांचवें पर चीन का शेनजेन और भारत की राजधानी दिल्ली सातवें स्थान पर हैं।
ब्रिक्स वेल्थ रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, पांच शहरों ने 2024 के लिए ब्रिक्स के टॉप 10 सबसे अमीर शहरों की सूची में जगह नहीं बनाई, लेकिन आने वाले दशक में विशेष रूप से मजबूत वृद्धि देखने को मिल सकती है।