दिल्ली-मुंबई में अब कोरोना की रफ्तार थमती नजर आ रही है। दिल्ली में बीते 4 दिन से लगातार कोरोना मामले घट रहे हैं और 4 दिनों में कोरोना मामले घटकर आधे से भी कम रह गए हैं। दिल्ली में 13 जनवरी को अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा 28 हजार से ज्यादा कोरोना मामलों के साथ रिकॉर्ड बना था। इस रिकॉर्ड के बनने के बाद कोरोना मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। मुंबई में भी कोरोना मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है। सोमवार को बीते 24 घंटे में मुंबई में 5,956 कोरोना मामले दर्ज किए गए, जो रविवार की तुलना में 24 फीसदी कम है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सोमवार को बीते 24 घंटे में 12,27 कोरोना मामले दर्ज किए। हालांकि इतने कम मामले आने की एक वजह सोमवार को कम लोगों की जांच (44,762) होना भी हो सकती है। संक्रमण दर 27.99 फीसदी रही। कोरोना संक्रमण से 24 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी। मामले घटने की तुलना में संक्रमण दर कम घटी है। दिल्ली में कोरोना मामलों में बीते 4 दिन से लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी में 13 जनवरी को अब तक के रिकॉर्ड 28,867 कोरोना मामले दर्ज किए थे। इस रिकॉर्ड के बाद कोरोना मामले घट रहे हैं। कोरोना मामलों का रिकॉर्ड बनने के अगले दिन कोरोना मामले घटकर 24,383 रह गए। इसके अगले दिन भी कोरोना मामले कम आए और 20,718 कोरोना मामले दर्ज किए गए। 16 जनवरी को 18,386 कोरोना मामले आए। गिरावट का सिलसिला चौथे दिन 17 जनवरी को भी जारी रहा और मामले घटकर 12 हजार के करीब आ गए।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में पिछले 4 दिनों से लगातार रोजाना आने वाले कोरोना के मामलों में गिरावट देखी जा रही है, जो एक अच्छा संकेत है। कोरोना के मामलों में गिरावट का मुख्य कारण साप्ताहिक कफ्र्यू और मौजूदा कड़े प्रतिबंध है। दिल्ली में मामलों में कमी आ रही है, लेकिन सरकार अभी भी ट्रेंड समझने के लिए कुछ दिन तक कोविड के मामलों पर कड़ी नजर बनाए हुए है।
यूएई से मुंबई आने वाले यात्रियों को विशेष एसओपी से छूट
दुबई सहित संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से मुंबई आने वाले यात्रियों पर अब कोई विशेष मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) लागू नहीं होगी। यात्रियों को अब अनिवार्य रूप से सात दिवसीय होम क्वारंटीन और आगमन पर आरटी पीसीआर जांच में छूट दे दी है। नए दिशानिर्देश 17 जनवरी 2022 की मध्यरात्रि से लागू होंगे। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने रविवार को एसओपी जारी करके कहा कि दुबई सहित यूएई से आने वाले यात्रियों के लिए अब कोई विशेष एसओपी लागू नहीं होगी। जोखिम की श्रेणी वाले देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर लागू दिशा-निर्देश दुबई सहित संयुक्त अरब अमीरात के यात्रियों पर भी लागू होंगे। इसमें कहा गया है कि ये निर्देश 17 जनवरी की मध्यरात्रि से लागू होंगे। पूर्व में जारी एसओपी के अनुसार, ऐसे यात्रियों के लिए सात-दिन के गृह पृथकवास और मुंबई पहुंचने पर आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य किया गया था। बीएमसी ने गत वर्ष 29 दिसंबर को कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात से मुंबई आने वाले यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी, जिसके आधार पर सात दिन के होम क्वारंटीन का फैसला लिया जाएगा।
कारोबारी गतिविधियों में आई तेजी प्रभावित: रिपोर्ट
कोरोनावायरस की तेजी से फैलने वाली तीसरी लहर ने महामारी की दूसरी लहर खत्म होने के बाद कारोबारी गतिविधियों में आई तेजी के लाभ को प्रभावित किया है। जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है। नोमुरा इंडिया का ‘बिजनेस रिजम्पशन इंडेक्स’ 16 जनवरी को समाप्त सप्ताह के लिए गिरकर 102.9 पर गया, जबकि पिछले सप्ताह में यह 107.9 पर था। यह कारोबारी गतिविधियों की मार्च, 2020 के महामारी-पूर्व के स्तर से तुलना करता है। रिपोर्ट के अनुसार, नए साल की शुरुआत में तीसरी लहर आने के बाद से इसमें 17.4 प्रतिशत अंक (पीपी) की गिरावट आई है। नोमुरा ने कहा, ‘कोरोना वायरस की तीसरी लहर में प्रतिदिन 2.5 लाख से अधिक नए मामले देखे जा रहे है। पिछले सप्ताह तक 1.70 तक मामलों की पुष्टि हो रही थी। तीसरी लहर ने कोरोना की दूसरी लहर के बाद व्यापार में फिर से वृद्धि को प्रभावित किया है।’ रिपोर्ट कहती है कि कई राज्यों ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया है। कई अर्थशास्त्री तीसरी लहर के कारण जीडीपी में 0.40 प्रतिशत तक के नुकसान का अनुमान लगा रहे हैं।
12 साल के बच्चों को टीका मार्च से
टीकाकरण संबंधी राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 कार्यसमूह के अध्यक्ष डॉ एन. के. अरोड़ा ने सोमवार को कहा कि भारत में मार्च में 12-14 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों का कोविड के खिलाफ टीकाकरण शुरू हो सकता है क्योंकि उस समय तक 15-18 साल की आबादी के पूरी तरह से टीकाकरण हो जाने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि 15-18 वर्ष के आयु वर्ग में अनुमानित 7.4 करोड़ (7,40,57,000) आबादी में से 3.45 करोड़ से अधिक को अब तक कोवैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है और उन्हें 28 दिनों में दूसरी खुराक दी जानी है।
उन्होंने कहा, ‘इस आयु वर्ग के किशोर टीकाकरण प्रक्रिया में उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं, और टीकाकरण की इस गति को देखते हुए, 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के शेष लाभार्थियों को जनवरी के अंत तक पहली खुराक लग जाने की संभावना है और उसके बाद उनकी दूसरी खुराक फरवरी के अंत तक दिए जाने की उम्मीद है।’
अरोड़ा ने कहा कि 15-18 वर्ष के आयु वर्ग का टीकाकरण हो जाने के बाद, सरकार मार्च में 12-14 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करने के बारे में नीतिगत फैसला कर सकती है। उन्होंने बताया कि 12-14 वर्ष के आयु वर्ग में अनुमानित आबादी 7.5 करोड़ है। सोमवार को सुबह सात बजे तक की अनंतिम टीकाकरण रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे के दौरान 39 लाख से अधिक खुराक दी गई और कुल संख्या 157.20 करोड़ से अधिक हो गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 15-18 साल के बच्चों को 3.45 करोड़ से अधिक पहली खुराक दी जा चुकी है। भारत में कोविड टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू हुआ था। भाषा
