AQI Today in Delhi-NCR: दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) फिर से गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। इसकी वजह आग जलने की घटनाएं बढ़ने के साथ ही वाहनों के कारण हो रहे प्रदूषण को माना जा रहा है। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार वाहन प्रदूषण और बायोमास बर्निंग पर सख्ती करने जा रही है।
दिल्ली का AQI 400 पार
दिल्ली का AQI गंभीर श्रेणी में पहुंचकर 400 को पार कर गया है। दिल्ली के साथ ही एनसीआर के गाजियाबाद और गुरुग्राम शहरों की हवा भी गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है, जबकि बाकी बचे शहरों की हवा बहुत खराब श्रेणी में है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के दैनिक AQI बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे में शुक्रवार को दिल्ली का औसत AQI 415 दर्ज किया गया, जो गुरुवार के AQI 390 से ज्यादा है। इस दौरान एनसीआर के दूसरे शहरों में भी AQI में इजाफा हुआ है।
CPCB के 24 नवंबर के दैनिक AQI बुलेटिन के अनुसार नोएडा का AQI 353 से बढ़कर 367, ग्रेटर नोएडा का 336 से बढ़कर 365, गाजियाबाद का 361 से बढ़कर 401, गुरुग्राम का 331 से बढ़कर 335 और फरीदाबाद का 398 से बढ़कर 415 हो गया है।
बायोमास बर्निंग व प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर होगी सख्ती
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़कर अब गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। ऐसे में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए आज संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक की गई।
राय ने कहा कि बीते दिनों में पराली जलने की घटनाओं में कमी के बावजूद प्रदूषण कम नहीं हो रहा है। पार्कों में आग जलाने, कूड़ा जलाने के कारण प्रदूषण में बायोमास बर्निंग की हिस्सेदारी बढ़कर 31 फीसदी हो गई है। इसलिए सरकार ने इसकी सख्त निगरानी करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए हैं।
सरकार बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों पर कसेगी नकेल
विभागों को बायोमास बर्निंग को रोकने के लिए विशेष दल बनाकर सख्त निगरानी करने को कहा गया है। इस समय वाहनों के कारण होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 36 फीसदी है। ऐसे में इसे कम करने के लिए प्रतिबंधित बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश परिवहन विभाग और पुलिस को दिए गए हैं।
राय ने प्रदूषण रोकने के लिए ग्रेप-4 लागू करने के सवाल कहा कि यह AQI अति गंभीर श्रेणी यानी 450 से ऊपर जाने पर लागू होता है। इसलिए फिलहाल इसकी संभावना नहीं दिख रही है।
प्रदूषण से राहत मिलने की फिलहाल उम्मीद नहीं
उन्होंने कहा कि अगले 2 दिनों तक प्रदूषण की मौजूदा स्थिति बनी रह सकती है। हालांकि 27 नवंबर के बाद हवा की गति बढ़ने और बारिश होने की संभावना है। ऐसे में बढ़ते प्रदूषण से राहत मिलने की भी उम्मीद है।