प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
अमेरिका में विदेशी छात्रों की हिस्सेदारी 2024-25 शैक्षणिक वर्ष (अगस्त से मई) के दौरान अब तक की सबसे अधिक 6.1 प्रतिशत पर पहुंच गई है। न्यूयॉर्क के इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनैशनल एजुकेशन के हाल में जारी वार्षिक आंकड़ों से यह पता चला है। आंकड़े इसलिए खास हैं क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप तो विदेशी छात्रों को स्थानीय शिक्षा प्रणाली के लिए व्यावसायिक तौर पर बेहतर बता रहे हैं मगर अमेरिकी प्रशासन स्टूडेंट वीजा जारी करने में सख्ती बरत रहा है।
अमेरिका में पंजीकरण कराने वाले विदेशी छात्रों की संख्या शैक्षणिक वर्ष 2000-01 में 5.4 लाख थी। वर्ष 2024-25 तक यह दोगुनी होकर 11.7 लाख पर पहुंच गई। चीन और भारत दोनों देशों से सबसे अधिक छात्र अमेरिका पढ़ने जाते हैं। पहली बार 2024-25 के शैक्षणिक वर्ष में अमेरिका जाने वाले सभी विदेशी छात्रों में भारतीयों की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत का आंकड़ा पार कर गई।
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चीनी छात्रों की हिस्सेदारी 2019-20 और 2020-21 में 34 प्रतिशत थी, जिसके बाद इसमें लगातार गिरावट आई है। वर्ष 2024-25 में अमेरिका में ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (ओपीटी) कर रहे लगभग 49 प्रतिशत विदेशी छात्र भारतीय थे। 2014-15 के मुकाबले यह आंकड़ा दोगुना है। अमेरिका में 2024-25 के दौरान स्टेम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में पढा़ई करने वाले छात्रों के मूल देश की बात करें तो शीर्ष पांच में सबसे अधिक 75 प्रतिशत हिस्सेदारी भारतीयों की थी।