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भारतीय क्रिकेट टीम का स्पॉन्सर बनकर अपोलो टायर्स को डबल डिजिट में ग्रोथ की आस: नीरज कंवर

अपोलो टायर्स के उपाध्यक्ष नीरज कंवर ने क्रिकेट पर इस बड़े दांव के पीछे के कारणों और कंपनी द्वारा अपने व्यवसाय के लिए इस सहयोग का लाभ उठाने की योजना के बारे में बात की

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सुरजीत दास गुप्ता   
Last Updated- November 21, 2025 | 10:46 PM IST

अपोलो टायर्स के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नीरज कंवर ने भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के ढाई साल के लिए मुख्य प्रायोजन अधिकार हासिल करने के वास्ते अप्रत्याशित बोली लगाई। सुरजीत दास गुप्ता के साथ एक वीडियो कॉल में उन्होंने क्रिकेट पर इस बड़े दांव के पीछे के कारणों और कंपनी द्वारा अपने व्यवसाय के लिए इस सहयोग का लाभ उठाने की योजना के बारे में बात की। मुख्य अंश …

आपने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से क्रिकेट टीम के प्रायोजन अधिकार हासिल करने के लिए 579 करोड़ रुपये की भारी-भरकम रकम खर्च की है। यह प्रति मैच 4 करोड़ रुपये से भी अधिक की रकम बनती है। इतनी बड़ी रकम खर्च करने का आर्थिक पहलू क्या है और इससे अपोलो को कैसे मदद मिलती है?

आज भारत में क्रिकेट सबसे ज्यादा देखा जाने वाला खेल है और यह पूरे देश को जोड़ता है। मीडिया में इसकी पहुंच सिर्फ शहरों तक ही नहीं, बल्कि ग्रामीण बाजारों तक भी है, जहां विज्ञापन के जरिये पहुंचना हमारे लिए बहुत महंगा है। क्रिकेट के जरिये हम एक ही झटके में लगभग 1.4 अरब लोगों तक पहुंचकर उन्हें अपने ब्रांड के बारे में बताएंगे। इसके अलावा, प्रवासी भारतीयों तक पहुंचने का भी एक अलग ही असर होगा। हम लंबे समय से जुड़े खिलाड़ी हैं। मैनचेस्टर यूनाइटेड के मौजूदा प्रदर्शन के बावजूद हमारा उसके साथ 12 साल से ज्यादा का करार है मगर यह जुड़ाव हमारे कारोबार के साथ मेल खाना चाहिए।

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इस करार के जरिये आपको निवेश पर किस तरह के रिटर्न की उम्मीद है?

अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हमें लगभग छह महीने इंतजार करना होगा। मुझे उम्मीद है कि इस ब्रांड सहयोग से निवेश पर रिटर्न (आरओआई) अच्छा रहेगा और राजस्व बढ़ेगा। मुझे उम्मीद है कि इस सहयोग से हमें दो अंकों की वृद्धि देखने को मिलेगी।

क्या यह करार अपोलो टायर्स के लिए और अधिक डीलरों को आकर्षित करने में मदद करेगा?

हम पहले से ही देख रहे हैं कि यह हमें फायदा दे रहा है। मुझे लगता है कि भारत में और भी कई डीलर इस ब्रांड के प्रति उत्सुक हैं। इससे हमें नए ग्रामीण बाजारों में प्रवेश करने में मदद मिलेगी। हमारा लक्ष्य अपने कारों और दोपहिया वाहन श्रेणी में वितरण नेटवर्क का विस्तार करना है और कृषि और ट्रक क्षेत्र में भी इसे दोहराया जाएगा। इससे हमें अपना राजस्व बढ़ाने और मार्जिन में सुधार सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। फिलहाल, भारत में हमारे 5,000 डीलर हैं। हमें उम्मीद है कि इसमें 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

आप आम तौर पर विज्ञापन और प्रचार पर कितना खर्च करते है? क्या भारतीय टीम को प्रायोजित करने से आपके विज्ञापन और प्रचार बजट तेजी से बढ़ेगा?

हम आम तौर पर अपनी कुल बिक्री का लगभग 2 फीसदी हिस्सा विज्ञापन और प्रचार पर खर्च करते हैं और बीसीसीआई सौदे के बाद भी यह इसी सीमा के भीतर रहेगा। बोर्ड ने हमें यही व्यापक दिशानिर्देश दिए हैं। हमें इस सीमा के भीतर रहने के लिए अन्य गतिविधियों में कटौती करनी होगी।

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आप एक बार किसी अमेरिकी टायर कंपनी का अधिग्रहण करने वाले थे मगर वह सौदा पूरा नहीं हो पाया। अब अमेरिका में आपकी क्या योजनाएं हैं?

जहां तक अमेरिका का सवाल है, हम अभी किसी चीज पर विचार नहीं कर रहे हैं। फिलहाल मैं अभी सिर्फ ब्रांड बनाने और मार्केटिंग एवं वितरण पर ध्यान दे रहा हूं।

First Published : November 21, 2025 | 10:35 PM IST