ब्राजील की अध्यक्षता में रियो डी जनेरियो में सोमवार से शुरू होने वाली जी 20 के नेताओं की शिखरवार्ता में भूराजनीतिक मुद्दे हावी रहने की संभावना है। इस शिखर सम्मेलन में वार्ताकारों को सभी देशों के लिए स्वीकार्य संयुक्त वक्तव्य की भाषा तय करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जी 20 के एक वार्ताकार ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि सऊदी अरब, तुर्किये इंडोनेशिया जैसे देशों का जोर इजरायल का नाम लेने और पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष की युद्धविराम की घोषणा पर है।
वार्ताकार ने बताया, ‘वार्ताएं जटिल हैं और यह महत्त्वपूर्ण मुकाम पर पहुंच चुकी हैं। अभी तक कुछ भी तय नहीं किया गया है। भूराजनीति, जलवायु और व्पापार को लेकर चर्चाओँ का दौर जारी हैं। पश्चिम एशिया और यूक्रेन को लेकर पैराग्राफ पर बातचीत की जा रही है। यह जानकारी अंतिम समय पर ही मिल पाएगी कि संयुक्त घोषणा होगी या नहीं। एक-दूसरे की विरोधी पक्ष चीन और अमेरिका में संरक्षणवाद और मार्केट की पहुंच प्रमुख मुद्दे हैं। हालांकि (डॉनल्ड) ट्रंप की जीत का प्रभाव चर्चा पर नहीं पड़ना है लेकिन जलवायु परिवर्तन को लेकर बातचीत पर प्रभाव पड़ सकता है।’
ब्राजील ने अपनी अध्यक्षता में ‘न्यायसंगत विश्व और टिकाऊ ग्रह का निर्माण’ पर चर्चा का फैसला किया। ब्राजील ने भुखमरी, गरीबी और असमानता से लड़ते हुए चिरस्थायी विकास और वैश्विक गवर्नेंस सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है।
ब्राजील भुखमरी और गरीबी के खिलाफ ग्लोबल अलायंस का नेतृत्व कर रहा है और नेताओँ की इस शिखरवार्ता में आधिकारिक रूप से लॉन्च किया जाएगा। इस अलायंस का ध्येय इन गंभीर संकटों के खिलाफ तकनीकी और वित्तीय संसाधनों को जुटाकर पब्लिक पॉलिसियों का पूल को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा पर हैं और वे जी 20 के नेताओं की शिखरवार्ता में हिस्सा लेंगे। मोदी ने अपनी यात्रा से पहले शनिवार को कहा था, ‘मैं ब्राजील में 19वीं जी20 शिखरवार्ता में शामिल होऊंगा। मैं ट्रॉइका सदस्य के रूप में इस शिखरवार्ता में शामिल होऊंगा। भारत ने बीते साल अपनी अध्यक्षता में सफल आयोजन किया और इसके एजेंडे में ‘ग्लोबल साउथ’ की प्राथमिकताओं को प्रमुख तौर पर उठाया था। इस साल ब्राजील ने भारत की समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाया है। मैं ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के हमारे सार्थक नजरिये को ध्यान में रखते हुए सार्थक चर्चा की आशा करता हूं।’
ट्रॉइका प्रणाली का सदस्य होने के नाते भारत जी 20 के संचालन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ट्रॉइका प्रणाली में समूह की बीते वर्ष प्रेजिडेंसी करने वाला (भारत), इस साल का प्रेजिडेंट (ब्राजील) और अगले साल का प्रेजिडेंट (दक्षिण अफ्रीक) हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका ब्राजील को मदद दे रहे हैं ताकि नीतियों और एजेंडे को आगे बढ़ाना सुनिश्चित रखा जा सके।