नई दिल्ली में यूरोपीय देशों के दूतावास वीजा आवेदनों की भरमार से निपटने के लिए उपाय कर रहे हैं। आवेदनों में भारी बढ़ोतरी की वजह से अपॉइंटमेंट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है और यात्राएं भी स्थगित की जा रही हैं।
कुछ दूतावासों ने वीजा से जुड़े काम में लगने वाले समय में कटौती करने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई है, वहीं स्वीडन लंबी प्रतीक्षा अवधि की समस्या को हल करने के लिए भारत और नेपाल के सुविधा केंद्रों में वॉक-इन वीजा आवेदनों की अनुमति दे रहा है।
हालांकि हवाई किराया बढ़ने और वीजा चुनौतियों के बावजूद विदेशी यात्रा में तेजी देखी गई है। पर्यटन सेवाएं देने वाली कंपनी थॉमस कुक ने कहा कि यूरोप में गर्मियों की छुट्टियों की मांग में 300 प्रतिशत की उछाल देखी गई है।
वीजा आउटसोर्सिंग और प्रौद्योगिकी कंपनी वीएफएस ग्लोबल के अनुसार, कुल वीजा आवेदनों (गैर-यूरोपीय देशों सहित) की संख्या वर्ष 2022 में महामारी से पहले के स्तर पर मुंबई और दिल्ली में क्रमश: 73 प्रतिशत और 80 प्रतिशत तक पहुंच गई।
ट्रैवल एजेंटों की शिकायत है कि वर्तमान वीजा प्रोसेसिंग तंत्र मांग को पूरा करने के अनुकूल नहीं हैं, जिसके चलते लंबे समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है। जहां तक कुछ यूरोपीय देशों का संबंध है, अपॉइंटमेंट के लिए प्रतीक्षा समय 5 अप्रैल तक 10 से 90 दिनों के बीच था। इसके अलावा, वीजा आवेदकों को आवेदन दाखिल करते समय त्रुटिपूर्ण संदेश भी मिल रहे हैं जिससे उनकी परेशानी और भी बढ़ रही है।
दूतावासों का कहना है कि उन्होंने समय को कम करने के लिए कदम उठाए हैं, जबकि वीएफएस ग्लोबल ने कहा कि उसने अपॉइंटमेंट को रोकने के फर्जी प्रयासों का पता लगाने के बाद सुरक्षा समाधान मजबूत किए हैं।
दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘भारत में स्विस दूतावास का वीजा विभाग महामारी से पहले की मांग के स्तर को पूरा करने के लिए तैयार रहने के लिए सभी संभव उपाय कर रहा है। बुधवार की सुबह (5 अप्रैल) तक, आवेदक अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में अधिकांश शहरों में स्लॉट बुक कर सकते थे। औसत वीजा प्रोसेसिंग समय 15 कार्य दिवस है।’
महावाणिज्य दूत, फर्नांडो हेरेडिया नोगुएर ने कहा कि मुंबई में स्पैनिश वाणिज्य दूतावास ने 2019 की तुलना में 2023 की पहली तिमाही में अपनी शेंगन वीजा प्रोसेसिंग क्षमता में 55 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है और आवेदकों को बीएलएस इंटरनैशनल (वीजा आवेदन केंद्र) में आवेदन जमा करने के बाद 48-72 कार्य घंटों में घर पर ही अपने पासपोर्ट और वीजा मिल जाते हैं।
स्वीडन के दूतावास ने कहा कि वह अपॉइंटमेंट के स्लॉट की वर्तमान स्थिति से अच्छी तरह से वाकिफ है और इसने भारत और नेपाल में वीएफएस ग्लोबल केंद्रों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे आवेदकों को सोमवार से शुक्रवार के बीच वॉक-इन के लिए अपॉइंटमेंट की अनुमति दें। दूतावास ने कहा कि इस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद आवेदकों को आवेदन देने में कोई मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा है।
दिल्ली में स्थानीय रूप से कार्यरत प्रवासन सहायकों के अलावा, गर्मियों में स्वीडन की माइग्रेशन एजेंसी से निर्णय लेने वाले चार अतिरिक्त लोगों को लाया गया है। इसमें कहा गया है कि वीजा कोड के अनुसार प्रोसेसिंग का समय अधिकतम 15 दिन है।
स्वीडन के पड़ोसी देश नॉर्वे ने भी अपने दिल्ली दूतावास के कर्मचारियों को अस्थायी रूप से जुटाया है। एक प्रवक्ता ने कहा कि जरूरत पड़ने पर कर्मचारी अतिरिक्त समय तक काम करते हैं।
उनका कहना है, ‘हम 2022 से मांग में कम से कम 20 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। वीएफएस ग्लोबल, नॉर्वे के वीजा के लिए आवेदन करने वाले सभी आवेदकों को तीन कार्य दिवसों के भीतर अपॉइंटमेंट देने के लिए जिम्मेदार है। यदि आवेदकों को वीजा नहीं मिलता है तब हम उन्हें वीजा अनुभाग से संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।’
2022 में सभी यात्रा वीजा का लगभग 30 प्रतिशत भारतीयों को जारी किया गया था और दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग को उम्मीद है कि गर्मियों में यात्रा की मांग अधिक रहेगी।
प्रवक्ता ने कहा, ‘ब्रिटेन के मानक विजिटर वीजा के लिए प्रतीक्षा समय फिलहाल 15 कार्य दिवसों के सामान्य सेवा मानक के भीतर है। इसका मतलब है कि ग्राहक, वीजा आवेदन केंद्र में अपॉइंटमेंट लेने के लगभग तीन सप्ताह के भीतर अपने वीजा पर कार्रवाई की उम्मीद कर सकते हैं।’