facebookmetapixel
सीतारमण बोलीं- GST दर कटौती से खपत बढ़ेगी, निवेश आएगा और नई नौकरियां आएंगीबालाजी वेफर्स में 10% हिस्सा बेचेंगे प्रवर्तक, डील की वैल्यूएशन 40,000 करोड़ रुपये तकसेमीकंडक्टर में छलांग: भारत ने 7 नैनोमीटर चिप निर्माण का खाका किया तैयार, टाटा फैब बनेगा बड़ा आधारअमेरिकी टैरिफ से झटका खाने के बाद ब्रिटेन, यूरोपीय संघ पर नजर टिकाए कोलकाता का चमड़ा उद्योगबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोलीं सीतारमण: GST सुधार से हर उपभोक्ता को लाभ, मांग में आएगा बड़ा उछालGST कटौती से व्यापारिक चुनौतियों से आंशिक राहत: महेश नंदूरकरभारतीय IT कंपनियों पर संकट: अमेरिकी दक्षिणपंथियों ने उठाई आउटसोर्सिंग रोकने की मांग, ट्रंप से कार्रवाई की अपीलBRICS Summit 2025: मोदी की जगह जयशंकर लेंगे भाग, अमेरिका-रूस के बीच संतुलन साधने की कोशिश में भारतTobacco Stocks: 40% GST से ज्यादा टैक्स की संभावना से उम्मीदें धुआं, निवेशक सतर्क रहेंसाल 2025 में सुस्त रही QIPs की रफ्तार, कंपनियों ने जुटाए आधे से भी कम फंड

US Tariffs: बस कुछ घंटों में भारत पर लागू हो जाएगा 50% टैरिफ, अमेरिका ने जारी की ऑफिशियल नोटिफिकेशन

US Tariffs: अमेरिका ने भारत से आयातित वस्तुओं पर कुल 50% टैरिफ लागू किया, भारत ने इसे अनुचित करार देते हुए कूटनीतिक और आर्थिक विकल्पों पर ध्यान केंद्रित किया।

Last Updated- August 26, 2025 | 9:35 AM IST
Donald Trump
US President Donald Trump

US Tariffs: अमेरिका ने भारत से आयातित कई वस्तुओं पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर दी है। यह नया टैरिफ 27 अगस्त, 2025 की सुबह 12:01 बजे (EST) से लागू होगा। अमेरिकी प्रशासन का दावा है कि भारत रूस से तेल खरीदकर अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन युद्ध में मास्को को वित्तीय सहायता दे रहा है।

यह 50% टैरिफ, 1 अगस्त से पहले लगाए गए 25% रेसिप्रोकल टैरिफ में शामिल अतिरिक्त शुल्क के साथ लागू होगा। इसका प्रभाव भारत के 87 अरब डॉलर (लगभग 7.3 लाख करोड़ रुपये) के अमेरिकी निर्यात पर पड़ सकता है, जिसमें कपड़ा, रत्न और आभूषण, चमड़ा, समुद्री उत्पाद, रसायन और ऑटो पार्ट्स जैसे उद्योग सबसे अधिक प्रभावित होंगे। हालांकि, फार्मास्यूटिकल्स, सेमीकंडक्टर्स और ऊर्जा संसाधन जैसी कुछ महत्वपूर्ण श्रेणियों को इससे छूट दी गई है।

भारत सरकार ने अमेरिका के इस कदम को अनुचित और अन्यायपूर्ण करार दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं और राष्ट्रीय हितों के आधार पर रूस से तेल खरीद रहा है, और अमेरिका ने पहले ही ग्लोबल एनर्जी मार्केट की स्थिरता के लिए इस दिशा में कदम उठाने की सलाह दी थी। भारत फिलहाल तुरंत जवाबी टैरिफ लगाने के बजाय कूटनीतिक बातचीत और निर्यातकों को प्रोत्साहन देने जैसे उपायों पर विचार कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अमेरिकी टैरिफ से पहले स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अपनी अर्थव्यवस्था और निर्यातकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। अहमदाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “हम किसी भी आर्थिक दबाव के बावजूद अपने रास्ते पर चलते रहेंगे। आज आत्मनिर्भर भारत अभियान को गुजरात से नई ऊर्जा मिल रही है, जो पिछले दो दशकों की मेहनत का परिणाम है।”

First Published - August 26, 2025 | 8:50 AM IST

संबंधित पोस्ट