facebookmetapixel
दूसरे चरण के लोन पर कम प्रावधान चाहें बैंक, RBI ने न्यूनतम सीमा 5 फीसदी निर्धारित कीभारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर जल्द सहमति की उम्मीद, ट्रंप बोले—‘हम बहुत करीब हैं’बीईई के कदम पर असहमति जताने वालों की आलोचना, मारुति सुजूकी चेयरमैन का SIAM के अधिकांश सदस्यों पर निशानाइक्जिगो बना रहा एआई-फर्स्ट प्लेटफॉर्म, महानगरों के बाहर के यात्रियों की यात्रा जरूरतों को करेगा पूरासेल्सफोर्स का लक्ष्य जून 2026 तक भारत में 1 लाख युवाओं को एआई कौशल से लैस करनाअवसाद रोधी दवा के साथ चीन पहुंची जाइडस लाइफसाइंसेजQ2 Results: ओएनजीसी के मुनाफे पर पड़ी 18% की चोट, जानें कैसा रहा अन्य कंपनियों का रिजल्टअक्टूबर में स्मार्टफोन निर्यात रिकॉर्ड 2.4 अरब डॉलर, FY26 में 50% की ग्रोथसुप्रीम कोर्ट के आदेश से वोडाफोन आइडिया को एजीआर मसले पर ‘दीर्घावधि समाधान’ की उम्मीदछोटी SIP की पेशकश में तकनीकी बाधा, फंड हाउस की रुचि सीमित: AMFI

यूबीएस ने कहा, भारत काफी महंगा पर चीन की अपग्रेडिंग

Last Updated- December 12, 2022 | 12:06 AM IST

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ने कहा है कि आसियान देशों के मुकाबले काफी महंगे मूल्यांकन के कारण भारतीय बाजार अनाकर्षक हो गया है। ताइवान व ऑस्ट्रेलिया के साथ ब्रोकरेज ने भारत पर भी अपना रुख अंडरवेट कर दिया है।
एन. मैकलॉयड की अगुआई वाले यूबीएस के रणनीतिकार ने अपने एपीएसी इक्विटी स्ट्रैटिजी नोट में बुधवार को कहा, हमारे फ्रेमवर्क में ताइवान, ऑस्ट्रेलिया और भारत अनाकर्षक नजर आ रहे हैं, खास तौर से मूल्यांकन/आय के मोर्चे पर और आसियान सामान्य तौर पर सकारात्मक नजर आ रहा है। आसियान, दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संगठन है जबकि एपीएसी का मतलब एशिया प्रशांत है।
यूबीएस अभी इंडोनेशिया, फिलिपींस, सिंगापुर, मलेशिया और चीन पर ओवरवेट है। इन बाजारों ने इस साल भारत के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया है।
बेंचमार्क निफ्टी ने इस साल अब तक 30.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है जबकि एमएससीआई एपीएसी (जापान को छोड़कर) स्थिर बना हुआ है। भारत का मूल्यांकन प्रीमियम एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स के मुकाबले 90 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर तक फैल गया है जबकि 10 साल का औसत 43 फीसदी है।    

First Published - October 20, 2021 | 11:47 PM IST

संबंधित पोस्ट