अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने देश में कोविड-19 के मामलों में तेजी आने के बाद नागरिकों को भारत की यात्रा न करने की सलाह दी है। अमेरिका का यह सुझाव यात्रियों की उड़ान के लिहाज से भारत को प्रतिबंधित देशों की सूची में शामिल करने के ब्रिटेन के फैसले के बाद आया है। इसके तहत ब्रिटेन तथा आयरलैंड के नागरिकों और स्थायी निवासियों को छोड़कर भारत से आने वाले लोगों पर पाबंदी रहेगी।
हॉन्गकॉन्ग और न्यूजीलैंड ने इससे पहले सीमित अवधि के लिए भारत से आने वाले यात्रियों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। श्रीलंका की एक मीडिया रिपोर्ट में वहां के पर्यटन मंत्री के हवाले से कहा गया है कि भारत और श्रीलंका के बीच यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। लेकिन इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई और विमानन कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि वे अभी भी इसकी पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं। अमेरिका के सीडीसी ने अपनी यात्रा चेतावनी जारी करते हुए कहा, ‘भारत की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यात्रियों को भारत यात्रा से बचना चाहिए। यहां तक कि जिन लोगों ने टीके की पूरी खुराक ले ली है उनके भी संक्रमित होने का खतरा टला नहीं हैं और वे भी कोविड-19 के विभिन्न स्वरूपों का प्रसार कर सकते हैं। ऐसे में भारत की यात्राओं से बचना चाहिए। अगर आपको भारत की यात्रा करनी ही है तब यात्रा से पहले टीके की पूरी खुराक जरूर ले लें।’ अमेरिका की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने अमेरिकी नागरिकों को भारत में रहने के दौरान सभी शारीरिक दूरी के उपायों का पालन करने की भी सलाह दी गई है।
पर्यटन उद्योग के एक अधिकारी ने कहा, ‘इस कदम से भारत और अमेरिका के बीच पर्यटन पर लघु अवधि में असर पडऩे की संभावना है। एयर इंडिया और यूनाइटेड दोनों देशों के बीच लगातार उड़ान सेवाएं देती हैं।’ एक विमानन कंपनी के अधिकारी ने बताया, ‘फि लहाल भारत और अमेरिका के बीच यात्रा करने की सबसे अधिक मांग छात्रों, दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने के लिए की जाती है। लोग स्वास्थ्य चेतावनी के कारण कुछ हफ्तों तक अपनी यात्रा टाल सकते हैं और इससे मांग पर अल्पकालिक असर पड़ सकता है।’ मुंबई और दिल्ली के लिए हफ्ते में पांच उड़ानों की सेवाएं देने वाली वर्जिन अटलांटिक के प्रवक्ता ने कहा,’ हम फिलहाल 23 अप्रैल से भारतीय उड़ानों की समीक्षा कर रहे हैं और हम सुझाव देंगे कि भारत से यात्रा करने के लिए अगर किसी ग्राहक ने टिकट बुक किया है तो वे अपनी उड़ान की स्थिति का जायजा पहले ले लें।’
एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि उड़ानों को रद्द करना मुश्किल है क्योंकि हमारे पास लंदन से अपनी वापसी वाली उड़ानों पर पूरा भार है। विमान प्रबंधन ब्रिटेन में अपने प्रबंधकों से परामर्श कर रहा है और अगले दो से तीन दिनों में अपने उड़ान कार्यक्रमों पर कोई फैसला ले सकता है।