इजरायल के सुरक्षा बलों ने गाजा के फिलिस्तीनी उग्रवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी और 50 वर्षों में इस क्षेत्र में हुआ यह सबसे बड़ा हमला है। देश की रक्षा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला इजरायल का पुलिस बल हाईअलर्ट पर है। क्षेत्र में संघर्ष तेज होने के साथ ही आसमानी नीले, हल्के हरे और नेवी ब्लू रंग की वर्दी पहने पुलिस बल में केरल की छाप दिखती है।
ऐसा इस वजह से है कि कन्नूर जिले की एक कम मशहूर कंपनी मेरियन अपैरल लिमिटेड वर्ष 2012 से ही दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पुलिस विभागों में से एक मशहूर इजरायली पुलिस बल के लिए वर्दी की आपूर्ति कर रही है। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तनाव बढ़ने के कारण कंपनी को तत्काल लगभग 40,000 वर्दी की डिलिवरी जल्द करने के निर्देश मिले हैं जो दिसंबर की तय सीमा से पहले का वक्त होगा।
कन्नूर के वलियावेलिचम नाम की एक छोटी सी बस्ती में मौजूद मेरियन की फैक्टरी में काम पहले से ही शुरू है जहां मासिक आधार पर 250,000 वर्दी तैयार होती हैं। पुलिस विभाग के अलावा मेरियन इजरायल की जेल पुलिस और नागरिकों को भी वर्दी की आपूर्ति कर रही है जो पुलिस प्रशिक्षण का हिस्सा है।
मुंबई के कारोबारी और मेरियन अपैरल के मालिक थॉमस ओलिकल ने कहा, ‘सोमवार को हमें सूचना मिली कि हम सभी यूनिफॉर्म की डिलिवरी तत्काल करें। 2012 के बाद से हमारी कंपनी ने इजरायल के पुलिस बल को लगभग 600,000 से 800,000 वर्दी की आपूर्ति की है।’ कंपनी के लगभग 1,500 कर्मचारी इजरायल पुलिस बल के लिए शानदार वर्दी तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।’
ओलिकल ने कहा, ‘उनकी वर्दी के तीन रंग हैं, एक आसमानी नीला, हल्का हरा और नेवी ब्लू। उनकी जेल पुलिस के लिए भी आसमानी नीले रंग की वर्दी है। हम इसकी आपूर्ति भी कर रहे हैं। इस साल से हमारी कंपनी पुलिस प्रशिक्षण के लिए भी कपड़े की आपूर्ति कर रही है।’ मेरियन फिलहाल कतर, कुवैत, सऊदी अरब और फिलिपींस जैसे देशों की सेना और पुलिस जैसे विभिन्न विभागों को वर्दी की आपूर्ति कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले कुछ वर्षों में अपने कारोबार में बड़ी तेजी देखी है, जो कोविड (2018) से पहले के 40 करोड़ रुपये से बढ़कर अब 100 करोड़ रुपये हो गया है। जब पूरा उद्योग महामारी, आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं, कच्चे माल की कीमतों में अस्थिरता और यूक्रेन युद्ध के कारण संघर्ष कर रहा था, तब हम पर इन कारकों का कोई प्रभाव नहीं पड़ा और हममें वृद्धि हो रही थी। उनके अनुसार इसका एक प्रमुख कारण यह था कि वैश्विक स्तर पर सेना और पुलिस वर्दी मांग लगातार बनी हुई थी।
कंपनी की मुख्य कमाई पेट्रोलियम क्षेत्र में इस्तेमाल किए जाने लायक अग्निरोधी कपड़े हैं। पिछले तीन दशकों से परिधान कारोबार से जुड़े ओलिकल ने 2007 में अपनी कन्नूर इकाई की शुरुआत की थी। इसने पहले तिरुवनंतपुरम में अपनी इकाई भी बेची थी। वर्ष 2012 में इजरायल सरकार से संबंधित लोगों ने वर्दी की आपूर्ति के लिए कंपनी से संपर्क किया था।
उन्होंने कहा, ‘हमें इस साल भी राजस्व में 40-50 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। हमें इजरायल के ऑर्डर पर किसी तरह के संकट का कोई असर नहीं दिख रहा है। मेरियन ने अपने भविष्य के ऑर्डर के आधार पर अपने विस्तार की योजना बनाई है और वर्तमान में इसके 95 प्रतिशत ऑर्डर विदेशी बाजारों से आ रहे हैं।