facebookmetapixel
आंध्र प्रदेश सरकार ने नेपाल से 144 तेलुगु नागरिकों को विशेष विमान से सुरक्षित भारत लायाभारत ने मॉरीशस को 68 करोड़ डॉलर का पैकेज दिया, हिंद महासागर में रणनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिशविकसित भारत 2047 के लिए सरकारी बैंक बनाएंगे वैश्विक रणनीति, मंथन सम्मेलन में होगी चर्चाE20 पेट्रोल विवाद पर बोले नितिन गडकरी, पेट्रोलियम लॉबी चला रही है राजनीतिक मुहिमभारत को 2070 तक नेट जीरो हासिल करने के लिए 10 लाख करोड़ डॉलर के निवेश की जरूरत: भूपेंद्र यादवGoogle लाएगा नया फीचर: ग्रामीण और शहरी दर्शकों को दिखेगा अलग-अलग विज्ञापन, ब्रांडों को मिलेगा फायदाअब ALMM योजना के तहत स्वदेशी सोलर सेल, इनगोट और पॉलिसिलिकन पर सरकार का जोर: जोशीRupee vs Dollar: रुपया 88.44 के नए निचले स्तर पर लुढ़का, एशिया की सबसे कमजोर करेंसी बनीब्याज मार्जिन पर दबाव के चलते FY26 में भारतीय बैंकों का डिविडेंड भुगतान 4.2% घटने का अनुमान: S&PGST दरों में कटौती पर उलझन, बिना बिके स्टॉक की कीमतें घटाने पर कंपनियों की चिंता

भारतीयों को निकालने में मदद के लिए जयशंकर ने ईरान का जताया आभार, कहा — सहायता के लिए धन्यवाद

एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री से बात कर इजरायल युद्ध के बाद की स्थिति पर चर्चा की और भारतीयों की सुरक्षित वापसी में मदद के लिए ईरान को धन्यवाद दिया।

Last Updated- June 27, 2025 | 11:08 PM IST
विदेश मंत्री एस. जयशंकर | फाइल फोटो

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अपने ईरानी समकक्ष सैयद अब्बास अरागची से बात की और ईरान व इजरायल के बीच 12 दिनों तक चले युद्ध के बाद उभरी स्थिति पर चर्चा की।

 विदेश मंत्री जयशंकर ने ईरान से सैकड़ों भारतीयों को निकालने में तेहरान की सहायता के लिए अरागची को धन्यवाद भी दिया। जयशंकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘आज दोपहर ईरान के विदेश मंत्री अरागची से बात की। मौजूदा जटिल स्थिति में ईरान के दृष्टिकोण और सोच को साझा करने के लिए उनकी सराहना करता हूं।’

उन्होंने कहा, ‘भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद करने के लिए उनका धन्यवाद दिया।’

एक सदस्य से आतंकवाद का जिक्र सहन नहीं हुआ

केंद्रीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिये बिना कहा कि शांघाई सहयोग संगठन के रक्षा मंत्रियों की बैठक के घोषणापत्र में भारत आतंकवाद का उल्लेख चाहता था लेकिन एक सदस्य देश को यह स्वीकार्य नहीं था। जयशंकर ने कहा कि इस मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दृष्टिकोण सही था क्योंकि एससीओ का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद से लड़ना है और इस संदर्भ के बिना सिंह ने परिणामी दस्तावेज को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। जयशंकर ने सिंह के रुख के बारे में पूछे जाने पर कहा कि आम सहमति से चलने वाले एससीओ का उद्देश्य आतंकवाद से लड़ना है।

First Published - June 27, 2025 | 10:53 PM IST

संबंधित पोस्ट