भारत और ब्रिटेन ने सोमवार को दोनों देशों के भविष्य के संबंधों को लेकर ‘रोडमैप 2030’ को लागू किये जाने की दिशा में हुई प्रगति सहित रक्षा, कारोबार, आर्थिक सहयोग, लोगों के बीच सम्पर्क, स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन सहित द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों चर्चा की।
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत और ब्रिटेन के बीच 15वीं विदेश कार्यालय स्तरीय विचार विमर्श बैठक का आयोजन 16 जनवरी को हुआ। इस बैठक में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व विनय मोहन क्वात्रा ने किया जबकि ब्रिटेन के शिष्टमंडल का नेतृत्व वहां के विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास मामलों के स्थायी उप मंत्री फिलिप आर बार्टन ने किया। दोनों देशों के बीच पिछली विदेश कार्यालय स्तरीय विचार विमर्श बैठक का आयोजन नवंबर 2020 में लंदन में किया गया था।
मंत्रालय के अनुसार, भारत और ब्रिटेन के बीच समग्र सामरिक गठजोड़ है और दोनों देशों ने भविष्य के संबंधों को लेकर ‘रोडमैप 2030’ को अंगीकार किया है । विदेश कार्यालय स्तरीय विचार विमर्श बैठक में ‘रोडमैप 2030’ को लागू करने को लेकर हुई प्रगति की समीक्षा की।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने कारोबार एवं आर्थिक सहयोग, रक्षा एवं सुरक्षा, विज्ञान प्रौद्योगिकी, लोगों से लोगों के बीच संबंधों, स्वास्थ्य एवं जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग के मुद्दे पर चर्चा की। इसमें कहा गया है कि दोनों पक्षों ने संतुलित एवं समग्र भारत-ब्रिटेन मुक्त कारोबार समझौते को जल्द अंतिम रूप देने की इच्छा जतायी जो दुनिया की पांचवीं एवं छठी अर्थव्यवस्थाओं के बीच आर्थिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाएगा।
मंत्रालय के अनुसार, भारत और ब्रिटेन ने बैठक में अफगानिस्तान, यूक्रेन, हिन्द प्रशांत क्षेत्र, राष्ट्रमंडल और संयुक्त राष्ट्र सहित साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया। ब्रिटेन ने वर्ष 2021-22 के दौरान अस्थायी सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के योगदान की सराहना की और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों के लिये समर्थन दोहराया।
ब्रिटेन ने G20 समूह के अध्यक्ष के रूप में इस वर्ष भारत की प्राथमिकतओं की प्रशंसा की। बयान के अनुसार, बैठक में नौ जनवरी 2023 को लंदन में प्रभावी भारतीय दिवस के अवसर पर युवा पेशेवर योजना को औपचारिक रूप देने की सराहना की गई और यह योजना 28 फरवरी 2023 को प्रारंभ होगी।
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मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने राजनीतिक एवं वरिष्ठ अधिकारी स्तर पर नियमित आदान प्रदान करने तथा अगली विदेश कार्यालय स्तरीय विचार विमर्श बैठक का आयोजन 2024 में लंदन में करने पर सहमति व्यक्त की। बार्टन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भेंट की तथा दोनों देशों के बीच संबंधों पर रोडमैप 2030 में प्रगति सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
जयशंकर ने मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘आज सुबह ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास मामलों के उप मंत्री फिलिप आर बार्टन से मुलाकात की।’ विदेश मंत्री ने कहा, ‘हमने रोडमैप 2030 पर प्रगति और वैश्विक मुद्दों सहित हमारे द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के बारे में चर्चा की।’ वहीं, बार्टन ने अपने ट्वीट में जयशंकर के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत को G20 समूह की अध्यक्षता के लिये एक बार फिर बधाई। उन्होंने कहा, ‘ब्रिटेन दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों से निपटने में आपके साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है।’