विश्व की सबसे बड़ी कंप्यूटर सेवा प्रदान करने वाली कंपनी इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स कॉरपोरेशन (आईबीएम) ने एक नया सर्वर पेश किया है, जिसे इस्तेमाल करने पर बड़े डाटा केंद्रो पर एयर कंडीशनिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इसका मतलब सीधे सीधे यह होता है कि इस सर्वर के इस्तेमाल से काफी हद तक बिजली बचाई जा सकेगी।आईडाटाप्लेक्स नाम का यह सर्वर लिक्विड कूलिंग तकनीक पर काम करता है। आईबीएम के उपाध्यक्ष जिम जार्गन ने कहा कि इस सर्वर का इस्तेमाल करने पर 40 फीसदी बिजली बचाई जा सकेगी।
इसके साथ ही इस नए सर्वर की एक विशेषता यह भी होगी कि दूसरे सर्वर की तुलना में इसकी कंप्यूटिंग क्षमता पांच गुना अधिक होगी। आईबीएम वाइट बॉक्स सर्वर से सीधी टक्कर लेने का मन बना रही है, जिसे अधिकांश बड़े डाटा केंद्रों में इस्तेमाल किया जाता है।
वाइट बॉक्स सर्वर को उन डाटा केंद्रो में इस्तेमाल किया जाता है, जहां 10 हजार से भी अधिक कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े होते हैं। जार्गन ने कहा कि बिजली बचाने में सक्षम यह सर्वर प्रतिद्वंद्वी सर्वरों पर भारी पड़ेगी। कंपनियां सर्वर का इस्तेमाल कंप्यूटरों के बीच डाटा के आदान प्रदान के लिए करती हैं। जार्गन ने कहा, ‘पिछले एक दशक में कंप्यूटिंग के स्टाइल में जो परिवर्तन आया है उस लिहाज से आईडाटाप्लेक्स बिल्कुल उपयुक्त है।’
आईबीएम ने यह सर्वर तीन तरह की कंपनियों को ध्यान में रखकर तैयार किया है। इनमें से पहली हैं याहू और गूगल जैसी बड़ी इंटरनेट कंपनियां। दूसरी हैं टेक्सास टेक युनिवर्सिटी जैसे बड़े शोध डाटा केंद्र। तीसी श्रेणी में ऐसी अमेरिकी कंपनियां शामिल हैं जो जोखिम का विश्लेषण करने के लिए कंप्यूटर के नेटवर्क का इस्तेमाल करती हैं।