संकटों से घिरी इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के असंतुष्ट संस्थापक सदस्य ने सोमवार को आंतरिक मामलों के मंत्री मोहसिन नकवी से पार्टी के कथित ‘‘गुप्त’’ विदेशी बैंक खातों की जांच कराने की मांग की। अकबर एस. बाबर ने नकवी को एक पत्र भेजा और पीटीआई के खिलाफ वर्षों से जारी प्रतिबंधित चंदा से जुड़े मामले का उल्लेख किया।
इस मामले में पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि पार्टी को विदेशों से प्रतिबंधित चंदा प्राप्त हुआ था। ‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार पत्र की एक प्रति प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भी भेजी गई है। बाबर ने यह भी लिखा कि पीटीआई को मिले विदेशी चंदे से जुड़े मामले में 20 माह पहले फैसला आने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के आदेश के हवाले से पूरा विवरण पेश किया जिसमें ‘‘पीटीआई कर्मचारियों के निजी बैंक खातों का अवैध रूप से चंदा हासिल करने के लिए उपयोग किया जाना’’ जैसे आरोप का जिक्र है। पूर्व प्रधानमंत्री अपने खिलाफ 100 से अधिक मामलों का सामना कर रहे हैं, जिनमें से कुछ में दोषी ठहराए जाने के बाद से वह जेल में बंद हैं।
बाबर ने कहा, ‘‘ पाकिस्तान निर्वाचन आयोग में दर्ज कानून के उल्लंघन से संबंधित मामलों में तेजी से कार्रवाई किए जाने की जरूरत है।’’ पत्र में मामले की कार्यवाही के दौरान ‘‘पहचाने गए’’ और ‘‘पीटीआई द्वारा स्वीकार किए गए’’ सात विदेशी बैंक खातों का उल्लेख किया गया है, जिनमें तीन खाते बैंक ऑफ अमेरिका, एक कनाडाई इंपीरियल बैंक ऑफ कॉमर्स, एक ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड बैंकिंग ग्रुप में और दो लॉयड्स बैंक में हैं।
इसमें कहा गया कि तीन स्रोत- पीटीआई फिनलैंड, पीटीआई नॉर्वे और इंसाफ न्यूजीलैंड, से चंदा मिलने का खुलासा हुआ था। बाबर ने ‘‘राजनीतिक दलों के अवैध चंदे’’ को राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बताते हुए आंतरिक मामलों के मंत्री से विदेशों में खोले गए पीटीआई के सभी अंतरराष्ट्रीय बैंक खातों का विवरण मांगने और इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।