Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण को बढ़ने से रोकने के लिए पराली गलाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए दिल्ली सरकार ने आज से पराली को गलाने के लिए बायो डी-कंपोजर (Bio De-Composer) के छिड़काव की शुरूआत तिगीपुर गांव से की है।
दिल्ली के अंदर बासमती और गैर-बासमती धान के सभी खेतों में सरकार की तरफ से निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव किया जाएगा। बायो डी-कंपोजर के छिड़काव के लिए टीमों का गठन भी किया गया है।
5,000 एकड़ से अधिक खेतों में निःशुल्क होगा बायो डी-कंपोजर का छिड़काव
दिल्ली के विकास मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में ठंड के मौसम में पराली (Stubble Burning) जलना भी प्रदूषण को बढ़ाने में एक अहम भूमिका निभाती है। ऐसे में इस समस्या का समय रहते उचित समाधान जरूरी है। इसलिए सरकार ने पिछले साल की तरह इस बार भी पराली गलाने के लिए खेतों में बायो डी-कंपोजर का निःशुल्क छिड़काव शुरू किया है। दिल्ली के अंदर कुछ हिस्सों में ही धान की खेती की जाती है।
अभी तक 880 किसानों ने फॉर्म भरा
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार इस साल 5 हजार एकड़ से ज्यादा खेतों में निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करवाएगी। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो किसान फॉर्म भर दिए हैं, उनके खेतों में जल्द से जल्द निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करा दिया जाए। बायो डी-कंपोजर के छिड़काव के लिए अभी तक 880 किसानों ने फॉर्म भरा है।
छिड़काव को लेकर 13 टीमों का गठन
विकास मंत्री राय ने दिल्ली के किसानों से अपील की है कि जिन किसानों ने अभी तक किसी वजह से छिड़काव के लिए फॉर्म नहीं भरा है, वे अभी भी फॉर्म भर सकते हैं और उनके खेतों में भी निःशुल्क छिड़काव कराया जाएगा। बायो डी-कंपोजर के छिड़काव को लेकर 13 टीमों का गठन किया गया है। दिल्ली के अंदर बासमती और गैर बासमती धान के सभी खेतों में सरकार द्वारा निःशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव किया जाएगा।