मानसून सीजन में जहां उत्तर प्रदेश के बाकी जगहों पर पर्यटकों की आमद में कमी आयी है वहीं सावन के महीने में वाराणसी और अयोध्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का तांता लगा रहा है। काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए सावन के महीने में वाराणसी में फिर से रिकॉर्ड बना है। सावन के महीने में वाराणसी के होटल, गेस्ट हाउस, लॉज से लेकर होम स्टे तक पूरी तरह से बुक रहे हैं। अयोध्या में भी राम मंदिर के उद्घाटन के बाद पहले सावन में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ी है।
सावन के महीने में बीते 30 दिनों में वाराणसी में 53 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ के दर्शन किए हैं। महीने भर पर्यटकों की उमड़ी भीड़ के चलते होटल उद्योग से लेकर टैक्सी आपरेटरों, रेस्टोरेंटों और धार्मिक कार्य संपन्न कराने वाले पंडों तक की जबरदस्त कमाई हुई है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अकेले श्रावण मास में 53.84 लाख से अधिक भक्तों ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं। दूसरी ओर अयोध्या में रामलला के दरबार में सावन के महीने में 35 लाख भक्तों ने हाजिरी लगायी है। सावन के महीने औसतन हर दिन एक लाख से ज्यादा भक्तों ने रामलला के दर्शन किए हैं। इस दौरान पूरे महीने राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया।
राम मंदिर के मुख्य अर्चक सत्येंद्र दास का कहना है कि भारत के अलावा श्रीलंका, नेपाल व कई अन्य देशों के भी दर्शनार्थी सावन के महीने में पहुंचे। सावन के महीने भर तक मंदिर ट्रस्ट की ओर से परिसर में निशुल्क भोजन-प्रसाद वितरण में 30 लाख श्रद्धालु शामिल हुए। वहीं वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया सावन के आखिरी सोमवार को 1.64 लाख लोग दर्शन के लिए पहुंचे। उनका कहना है कि 22 जुलाई से शुरू हुए सावन के 29 दिन में 53.84 लाख से अधिक भक्तों ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किया।
वाराणसी में पर्यटकों की बढ़ती आमद पर यहां के जाने माने उद्यमी व सिल्क निर्यातक रजत पाठक का कहना है कि इस पौराणिक शहर में एक नया इकोसिस्टम तैयार हो गया है। सावन ही नही बल्कि साल भर पर्यटकों का आना जारी रहता है और इसके चलते होटल, गेस्ट हाउस व होम स्टे के साथ ही टैक्सी, खानपान और कपड़ों के रिटेल व्यवसायियों तक का कारोबार चमक रहा है।
उनका कहना है कि सावन के महीने में शहर के सभी होटल तो फुल रहते ही हैं साथ में एयर बीएनबी के जरिए बड़ी तादाद में फ्लैट व कमरे भी हाउसफुल हो जाते हैं। पाठक बताते हैं कि पर्यटन वाराणसी में अब लाखों लोगों की कमाई का जरिया बन चुका है और इसमें दिनों-दिन इजाफा ही हो रहा है। उनका कहना है कि वाराणसी आने वाले 80 फीसदी श्रद्धालु अपनी सूची में अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन का कार्यक्रम शामिल करते हैं जिसके चलते दोनों शहरों में व्यवसाय फल फूल रहा है।
लखनऊ में ट्रैवल का कारोबार करने वाले मनीष मोहन ने बताया कि श्रद्धालु जो वाया लखनऊ यात्रा करते हैं उनके टूर प्लान में अयोध्या के साथ वाराणसी शामिल रहता है। वहीं सीधे हवाई सेवा या रेल से वाराणसी पहुंचने वाले वहां से अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन करने आते हैं। उनका कहना है कि पर्यटन के लिहाज से अयोध्या-वाराणसी दोनों शहरों में कारोबार खासा बढ़ा है और वहां के व्यवसाय में तेजी आयी है।