मध्य प्रदेश के कूनो नैशनल पार्क (Kuno National Park) में गुरुवार को दो और शिशु चीतों की मौत हो गई। इससे पहले मंगलवार को भी चीते के एक बच्चे की मौत हुई थी।
विगत 27 मार्च को ज्वाला नामक मादा चीते ने चार बच्चों को जन्म दिया था जिनमें से तीन का निधन हो चुका है। बीते दो महीनों में पार्क में कुल छह चीतों की जान जा चुकी है।
गर्मी के कारण बिगड़ी चीतों की तबियत
नैशनल पार्क प्रशासन के अनुसार चारों शिशु चीतों की सेहत ठीक न होने के कारण उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया था। सूत्रों का कहना है कि अत्यधिक गर्मी और गर्म हवा के थपेड़ों के कारण इन शिशुओं की तबियत तेजी से बिगड़ गई। कूनो पार्क श्योपुर जिले में स्थित है जहां इन दिनों तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है।
कूनो में गत वर्ष सितंबर में नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे और उसके बाद फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए थे। मार्च में ज्वाला नामक मादा चीते ने चार बच्चों को जन्म दिया था। पिछले दो महीने में कुल मिला तीन चीतों और तीन शिशु चीतों की जान जा चुकी है।
गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले दिनों चीतों की मौत पर चिंता जताते हुए कहा था कि इन चीतों को पड़ोसी राज्य राजस्थान स्थानांतरित किया जाना चाहिए। न्यायालय ने विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा था कि शायद कूनो पार्क इतने चीतों के लिए अपर्याप्त साबित हो रहा है।
वन्यजीव विशेषज्ञ पहले ही कह चुके हैं कि चीतों द्वारा अपना इलाका तय किए जाने के दौरान उनकी तेंदुओं और बाघों से भिड़ंत हो सकती है जिसमें और चीते मारे जा सकते हैं।