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भारत में महिला निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ी, दिल्ली-महाराष्ट्र टॉप पर, असम सबसे पीछे; देखें बाकी राज्यों का हाल

कुछ राज्यों को छोड़कर, FY25 में महिलाओं की भागीदारी FY22 के मुकाबले राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बढ़ी है।

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अंशु   
Last Updated- December 24, 2024 | 8:58 AM IST

Women Investors in India: भारत में महिलाओं की वित्तीय बाजारों में भागीदारी पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है। SBI Ecowrap रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022 से महिला निवेशकों की भागीदारी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। रिपोर्ट बताती है कि FY25 में रजिस्टर्ड निवेशकों में महिलाओं की भागीदारी 1.3% बढ़कर 23.9% पर पहुंच गई है, जो FY22 में 22.6% थी। यह वृद्धि न केवल वित्तीय समावेशन को बल देती है, बल्कि यह भारत में लैंगिक समानता की ओर बढ़ते कदमों का भी प्रतीक है।

दिल्ली-महाराष्ट्र टॉप पर, देखें बाकी राज्यों का हाल

रिपोर्ट के अनुसार, कुछ राज्यों में वित्तीय बाजारों में महिला निवेशकों की भागीदारी राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है। बड़े राज्यों में दिल्ली (29.8%), महाराष्ट्र (27.7%) और तमिलनाडु (27.5%) में FY25 में इस साल अभी तक महिलाओं की भागीदारी देश के औसत 23.9% से ज्यादा रही। हालांकि, बिहार (15.4%), उत्तर प्रदेश (18.2%) और ओडिशा (19.4%) जैसे राज्य 20% से कम महिला भागीदारी के साथ पिछड़ रहे हैं।

State FY22 (%) FY25 (%) Change (%)
Himachal Pradesh 16.3 20.0 3.7
Andhra Pradesh 19.5 22.7 3.2
Chhattisgarh 18.8 21.9 3.1
Madhya Pradesh 18.2 21.3 3.1
Punjab 22.9 25.9 3.0
7 N-E States 23.0 26.0 3.0
Odisha 16.6 19.4 2.8
Tamil Nadu 24.8 27.5 2.7
Telangana 21.6 24.3 2.7
Karnataka 24.3 26.9 2.6
Uttarakhand 19.1 21.7 2.6
Delhi 27.2 29.8 2.6
Haryana 21.7 24.1 2.4
Maharashtra 25.4 27.7 2.3
Goa 29.8 32.0 2.2
Jharkhand 17.9 20.1 2.2
Bihar 13.6 15.4 1.8
Kerala 25.3 27.0 1.7
Jammu and Kashmir 13.9 15.5 1.6
India 22.6 23.9 1.3
Chandigarh 30.6 31.6 1.0
Uttar Pradesh 17.3 18.2 0.9
Rajasthan 19.4 19.9 0.5
West Bengal 22.4 22.9 0.5
Gujarat 27.4 27.4 0.0
Assam 31.8 29.9 -1.9

स्रोत: एनएसई; एसबीआई रिसर्च

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हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन बेहतर, असम सबसे पीछे

पिछले तीन वर्षों में, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में महिलाओं निवेशकों की भागीदारी में 3% से अधिक की वृद्धि देखी गई है। यह इंगित करता है कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता (financial literacy) और जागरूकता बढ़ रही है।

महिला निवेशकों की भागीदारी के मामले में असम सबसे पीछे है। पिछले तीन वर्षों में राज्य में महिला निवेशकों की संख्या में 1.9%  की गिरावट आई है। कुछ राज्यों को छोड़कर, FY25 में महिलाओं की भागीदारी FY22 के मुकाबले राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बढ़ी है। हालांकि अलग-अलग राज्यों में स्थिति अलग है, लेकिन कुल मिलाकर पूरे देश में वित्तीय बाजारों में महिलाओं की भागीदारी में सुधार हो रहा है।

भारत के वित्तीय बाजारों में इस सकारात्मक बदलाव ने महिलाओं को आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करते हुए आर्थिक विकास में उनकी भागीदारी को मजबूत किया है।

First Published : December 24, 2024 | 8:58 AM IST