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साल 2024 में मकानों की बिक्री घटी, मगर बिक्री मूल्य में इजाफा; इस शहर में बिके सबसे ज्यादा घर

वर्ष 2024 में मकानों की औसत कीमत 21 फीसदी बढ़ी है। इस साल 7 प्रमुख शहरों में मकान की औसत कीमत 8,590 रुपये प्रति वर्ग फुट रही।

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रामवीर सिंह गुर्जर   
Last Updated- December 26, 2024 | 5:04 PM IST

Housing sales in 2024: इस साल मकानों की बिक्री की शुरुआत काफी अच्छी हुई थी। लेकिन तीसरी तिमाही के बाद इसमें सुस्ती आने से इस साल मकानों की कुल बिक्री में कमी आई है। हालांकि मूल्य के लिहाज से मकानों की बिक्री में अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज की गई। ऐसा मकानों की कीमत बढ़ने के कारण हुआ है। दिल्ली-एनसीआर में मकान सबसे अधिक महंगे हुए हैं। इस साल मकानों की लॉन्चिंग में भी गिरावट आई है। मकानों की इन्वेंट्री भी घटी है।

2024 में कितने के और कितने मकान बिके?

संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक समूह के मुताबिक 2024 में 7 प्रमुख शहरों में 4,59,650 मकान बिके, जो पिछले साल बिके 4,76,530 मकानों से 4 फीसदी कम हैं। हालांकि संख्या के हिसाब से भले मकानों की बिक्री में गिरावट आई हो। लेकिन मूल्य लिहाज से इनकी बिक्री में इजाफा हुआ है। इस साल मूल्य के लिहाज से 5.68 लाख करोड़ रुपये के मकान बिके, जो पिछले साल बिके 4.88 लाख करोड़ रुपये मूल्य के मकानों से 16 फीसदी ज्यादा हैं।

एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि 2023 की तुलना में बिक्री में मामूली गिरावट देखी गई। लेकिन औसत मूल्य और इकाई आकार में वृद्धि के कारण मूल्य के लिहाज से मकानों की बिक्री में 16 फीसदी इजाफा हुआ। जिसने मात्रा में मकानों की बिक्री में आई कमी की भरपाई कर दी। पुरी कहते हैं कि 2023 की तुलना में 2024 में शीर्ष 7 शहरों में मकानों के औसत मूल्य में 21 फीसदी वृद्धि देखी गई।

किस शहर में कितने बिके मकान?

एनारॉक की इस रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक 1,55,335 मकान मुंबई में बिके। 7 प्रमुख शहरों में मुंबई और बेंगलूरु ही दो ऐसे शहर रहे, जहां मकानों की बिक्री पिछले साल से ज्यादा हुई। मुंबई में एक फीसदी और बेंगलूरु में 2 फीसदी इजाफा हुआ। एनसीआर और पुणे में मकानों की बिक्री 6-6 फीसदी घटकर क्रमश: 61,900 और 81,090 रह गई। संख्या के हिसाब से हैदराबाद में मकानों की बिक्री में 5 फीसदी, चेन्नई में 11 फीसदी और कोलकाता में सबसे अधिक 20 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।

किस शहर में कितने महंगे हुए मकान?

वर्ष 2024 में मकानों की औसत कीमत 21 फीसदी बढ़ी है। इस साल 7 प्रमुख शहरों में मकान की औसत कीमत 8,590 रुपये प्रति वर्ग फुट रही। पिछले साल यह 7,080 रुपये वर्ग फुट थी। सबसे ज्यादा 30 फीसदी मकान एनसीआर में महंगे हुए हैं। एनसीआर में मकानों की औसत कीमत पिछले साल की औसत कीमत 5,800 रुपये से 30 फीसदी बढ़कर 7,550 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई।

एमएमआर में औसत कीमत 21 फीसदी बढ़कर 16,600 रुपये, बेंगलूरु में 28 फीसदी बढ़कर 8,380 रुपये, पुणे में 14 फीसदी बढ़कर 7,720 रुपये, हैदराबाद में 27 फीसदी बढ़कर 7,300 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। चेन्नई में मकान की औसत कीमत 14 फीसदी वृद्धि के साथ 6,790 रुपये और कोलकाता में 13 फीसदी वृद्धि के साथ 5,820 रुपये प्रति वर्ग फुट दर्ज की गई।

2024 में कितने नये मकान हुए लॉन्च?

इस साल नये मकानों की लॉन्चिंग में भी कमी देखी गई। इस साल 4,12,520 मकान लॉन्च हुए, जो पिछले साल लॉन्च हुए 4,45,770 मकानों से 7 फीसदी कम हैं। मकानों की बिक्री के मामले में एनसीआर की स्थिति भले खराब रही हो। लेकिन लॉन्चिंग के मामले में प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा। एनसीआर में लॉन्चिंग में सबसे अधिक 44 फीसदी इजाफा हुआ और यहां 53,000 मकान लॉन्च हुए। बेंगलूरु में लॉन्चिंग 30 फीसदी बढ़कर 70,965 और चेन्नई में 4 फीसदी बढ़कर 20,0940 हो गई।

आवास क्षेत्र के सबसे बड़े मार्केट एमएमआर में मकानों की लॉन्चिंग 15 फीसदी घटकर 1,34,500 रह गई। हैदराबाद, कोलकाता और पुणे में भी पिछले साल से कम मकान लॉन्च हुए। इस बीच, मकानों की इन्वेंट्री में 8 फीसदी कमी आई है। इसकी वजह नये मकानों की आपूर्ति में कमी आना है। पुणे में सालाना आधार पर मकानों के बिना बिके स्टॉक में सबसे ज़्यादा 20 फीसदी की गिरावट देखी गई। बेंगलुरु और चेन्नई ही ऐसे शहर थे जहां बिना बिके स्टॉक में वृद्धि हुई।

आपूर्ति में महंगे मकानों की सबसे अधिक हिस्सेदारी

मकानों की कुल नई आपूर्ति में 30 फीसदी हिस्सा लक्जरी और अल्ट्रा-लक्जरी (1.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के मकान) मकानों का रहा। इसके बाद 28 फीसदी हिस्सा 40 से 80 लाख रुपये और 26 फीसदी हिस्सा 80 लाख से 1.5 करोड़ रुपये कीमत वाले मकानों का रहा। सबसे कम हिस्सा 16 फीसदी किफायती मकानों का रहा।

पुरी कहते हैं कि 2024 में बजट श्रेणियों में लक्जरी मकानों की मांग और नई आपूर्ति तेजी से बढ़ी क्योंकि मकान खरीदारों ने ब्रांडेड डेवलपर्स द्वारा बड़े, बेहतर मकान खरीदने की महामारी के बाद की प्रवृत्ति को जारी रखा। शीर्ष 7 शहरों में नई लक्जरी आपूर्ति में 2023 के मुकाबले 2024 में 24 फीसदी की वृद्धि हुई। 2025 में भी लक्जरी मकानों की मांग में कमी आने की कोई वजह नजर नहीं आ रही है।

First Published : December 26, 2024 | 4:03 PM IST