वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह | फाइल फोटो
भारतीय वायुसेना (IAF) ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पाकिस्तान के पांच फाइटर जेट्स और एक हवाई चेतावनी व नियंत्रण (AEW&C) विमान को मार गिराया था। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने शनिवार को यह दावा किया। उन्होंने कहा कि भारत के हाल ही में हासिल किए गए S-400 मिसाइल सिस्टम ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई। इन मिसाइलों ने लंबी दूरी से ही पाकिस्तानी विमानों को निशाना बनाया और उन्हें तुरंत नष्ट कर दिया।
एयर चीफ मार्शल सिंह ने बताया कि पाकिस्तान के F-16 जेट्स और एक अर्ली वॉर्निंग विमान को जमीन पर ही नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा, “हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने शानदार काम किया है। S-400 सिस्टम ने गेम-चेंजर की भूमिका निभाई और दुश्मन के विमानों को उनकी लंबी दूरी की ग्लाइड बमों से भी दूर रखा।”
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ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 7-8 मई 2025 की रात को हुई थी। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने 26 निर्दोष नागरिकों की जान ले ली थी। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद नौ आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाया था।
वायुसेना प्रमुख ने बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर किए गए हमले की तस्वीरें दिखाईं, जिसमें सटीकता का सबूत मिलता है। उन्होंने कहा, “हमले में आसपास की इमारतें लगभग पूरी तरह सुरक्षित रहीं। सैटेलाइट तस्वीरों और स्थानीय मीडिया के जरिए हमने नुकसान का आकलन किया।” उन्होंने 2019 के बालाकोट हमले का जिक्र करते हुए कहा कि तब नुकसान का सबूत देना मुश्किल था, लेकिन इस बार साफ तस्वीरें और खुफिया जानकारी से दुनिया को हमारी कामयाबी दिखाई गई।
भारत ने साफ किया कि ऑपरेशन का मकसद सिर्फ आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था, न कि सैन्य या नागरिक लक्ष्यों को नुकसान पहुंचाना। वायुसेना प्रमुख ने अपने बयान में कहा, “हमले सटीक थे और सिर्फ आतंक के स्रोतों को निशाना बनाया गया।”
एयर चीफ मार्शल सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, “लक्ष्य हासिल होने के बाद युद्ध को लंबा खींचना ठीक नहीं। कुछ लोगों ने और हमले की बात कही, लेकिन देश ने सही समय पर सही फैसला लिया।”
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप बार-बार दावा करते रहते हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने में मदद की। ट्रंप ने पहले कहा था कि दोनों देशों ने इस हमले में पांच विमान मार गिराए थे और स्थिति तनावपूर्ण थी। उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से बात की और चेतावनी दी कि अगर लड़ाई जारी रही तो अमेरिका उनके साथ व्यापार रोक देगा। ट्रंप का मानना है कि उनकी मध्यस्थता से परमाणु युद्ध का खतरा टल गया। हालांकि, भारत ने हमेशा से ट्रंप के दावे को खारिज किया है और द्विपक्षीय वार्ता के तहत हमले रोकने की बात कही है।