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लोक सभा में बोले मोदी- किसी विदेशी दबाव में नहीं रोका ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान में घुसकर सिखाया सबक

प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की संप्रभुता और सैन्य ताकत का प्रतीक है, इसे किसी विदेशी दबाव में नहीं रोका गया।

Published by
अर्चिस मोहन   
Last Updated- July 29, 2025 | 11:01 PM IST

विपक्षी दलों की ओर से आलोचना का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोक सभा में जोर देकर कहा कि किसी भी देश के नेता ने भारत को ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा। पाकिस्तान को आतंकी हमले के प्रति भारत की प्रतिक्रिया का आभास होने के बावजूद वह कुछ भी नहीं कर सका और हमारे सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले का बदला 6 और 7 मई की मध्यरात्रि 22 मिनट में ले लिया। सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ढांचे नष्ट कर दिए। विपक्षी दल संसद के अंदर और बाहर लगातार यह आरोप लगाते रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी ने 10 मई को पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड के दबाव में अचानक रोक दी।

लोकसभा में ‘भारत के मजबूत, सफल और निर्णायक ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा’ पर अपने 100 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंक के खिलाफ भारत की कड़ी कार्रवाई ने पूरे देश में ‘सिंदूर भावना’ को प्रेरित किया है, यह भावना तब भी देखने को मिली जब भारतीय प्रतिनिधिमंडल देश के मामले को रखने के लिए दुनिया की राजधानियों में गए। 

तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर करने समेत कांग्रेस सरकारों द्वारा पूर्व में की गईं क​थित ‘गलतियों’ पर मोदी ने कहा कि कांग्रेस ‘अब पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल से काम करती है। हताशा में कांग्रेस ने सोमवार को पहलगाम हमले के अपराधियों को खत्म करने वाले ऑपरेशन महादेव के समय पर भी सवाल उठाया।’ अमेरिकी दबाव में ऑपरेशन सिंदूर रोकने के आरोपों पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सदन को बताया कि 9 मई की रात अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने मुझसे 3-4 बार संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन मैं सशस्त्र बलों के साथ बैठकों में व्यस्त था। जब मैंने कॉल वापस किया तो अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने मुझे पाकिस्तान से एक बड़े हमले की चेतावनी दी। मैंने उनसे कहा कि यदि पाकिस्तान भारत पर हमला करता है, तो हमारा हमला बहुत बड़ा होगा क्योंकि हम गोलियों का जवाब तोपों से देंगे।’

मोदी ने कहा कि पाकिस्तान को भारतीय कार्रवाई का कुछ आभास था और उसने परमाणु धमकियां देना शुरू कर दिया था, लेकिन जब आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया तो वह कुछ नहीं कर सका। सशस्त्र बलों ने उन्हें ऐसा सबक सिखाया है कि आतंकवाद के आकाओं को अभी भी नींद नहीं आ रही है।

लोक सभा में चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार में भारतीय सशस्त्र बलों का समर्थन करने की राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है। गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ने रक्षा बलों को संचालन और पैंतरेबाजी की पूरी स्वतंत्रता नहीं दी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘आपने सीधे पाकिस्तान को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति बताई कि आप लड़ना नहीं चाहते हैं।’

गांधी ने यह भी दावा किया कि ऑपरेशन के दौरान भारतीय विमानों का नुकसान राजनीतिक बाधाओं के कारण हुआ, सैन्य कमियों के कारण नहीं। प्रधानमंत्री के भाषण के बाद अपनी प्रतिक्रिया में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान स्पष्ट रूप से यह नहीं बोल सके कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का मध्यस्थता संबंधी दावा झूठा है। 

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने लोक सभा में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और यहां तक कि उनकी मां के आंसुओं के बारे में बात की, लेकिन इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि पाकिस्तान के खिलाफ ‘युद्ध’ क्यों रोका गया। 

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहलगाम नरसंहार को अंजाम देने वाले तीन आतंकवादियों को श्रीनगर के पास सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों द्वारा मार दिया गया है। शाह ने बताया कि एजेंसियों के पास यह कहने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि ये प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तानी आतंकवादी थे।

राज्य सभा में चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को पहलगाम आतंकी हमले का कारण बनने वाली सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि जवाबदेही तय की जाए और जो भी जिम्मेदार हो उसे इस्तीफा देना चाहिए।

First Published : July 29, 2025 | 10:24 PM IST