Rs 2000 Exchange: वर्ष 2016 में नोटबंदी के समय की अफरा-तरफी से सीख लेते हुए बैंकों ने इस बार 2,000 रुपये के नोट बदलने और जमा करने की पुख्ता तैयारी की है।
चेन्नई के सिटी यूनियन बैंक की शाखा में अधिकारियों ने 2,000 रुपये के नोट बदलने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। यहां दो काउंटर केवल 2,000 रुपये के नोट बदलने के लिए लगा दिए गए हैं। वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग काउंटर बनाया गया है मगर दोपहर साढ़े तीन बजे तक यहां कोई भी शख्स नोट बदलवाने नहीं आया।
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोट वापस लिए जाने की घोषणा की मगर अभी यह नोट चलता रहेगा। इसलिए लोग 2,000 रुपये के नोट को बदलने के बजाय खर्च करने की कोशिश में लगे हैं। इसीलिए चेन्नई में अधिकतर बैंक शाखाओं में यही मंजर नजर आया।
चेन्नई के आईटी हब में एक बैंक शाखा पर शाम तक कुल पांच लोग 2,000 रुपये के नोट लेकर पहुंचे और 40 नोट बदले गए। शोलिंगनल्लूर में इंडियन बैंक की शाखा में 10 से भी कम लोग नोट बदलने पहुंचे। इंडियन ओवरसीज बैंक के एक अधिकारी ने कहा, ‘हमारी कुछ शाखाओं में तो 2,000 रुपये का एक भी नोट नहीं आया।’
मध्य मुंबई में भी यूनियन बैंक की शाखा पर कतार नहीं दिखी। ठाणे में एचडीएफसी बैंक की शाखा में 2,000 रुपये के नोट बदलने के एक टेलर काउंटर लगाया गया है, लेकिन भीड़ वहां भी नहीं थी। दोपहर तक केवल तीन लोग आए मगर वे भी नोट बदलने नहीं बल्कि इसके बारे में पूछने पहुंचे थे।
दक्षिण कोलकाता में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में 5-6 लोग 2,000 रुपये के नोट जमा कराने पहुंचे। बैंक के एक कर्मचारी ने कहा, ‘आम लोगों के पास 2,000 रुपये के नोट नहीं हैं। इसलिए भीड़ नजर नहीं आ रही है। नोट अभी बाजार में चल भी रहे हैं, इसलिए लोग बदलने के बजाय उन्हें खर्च कर रहे हैं।’
2016 में नोटबंदी के दौरान स्थिति इससे एकदम उलट थी। उस समय सभी बैंकों के सामने लंबी-लंबी कतारें आम बात थी। उसे याद कर और गर्मियों के मौसम को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय बैंक ने बैंकों को इस बार समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। शाखाओं पर धूप से बचने के लिए शेड लगाने और पानी आदि का प्रबंध करने के लिए भी कहा गया है।
दिल्ली के चांदनी चौक में स्टेट बैंक की शाखा में आसपास के निजी बैंकों की तुलना में थोड़ी लंबी कतार थी। इसकी वजह यह थी कि अन्य बैंक नोट बदलने के लिए पहचान पत्र मांग रहे थे।
आरबीआई ने कहा था कि लोगों को बैंकों में 2,000 रुपये के नोट बदलने की सुविधा बिल्कुल वैसी ही हो, जैसी पहले थी। खाते में रकम जमा करने के लिए केवाईसी और दूसरी वैधानिक जरूरतें पूरी करनी होंगी।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने सभी स्थानीय मुख्यालयों के मुख्य महाप्रबंधकों से कहा था कि 2,000 रुपये के 10 नोट यानी 20,000 रुपये तक बदलने के लिए लोगों से किसी तरह की पर्ची नहीं भरवानी है और न ही पहचान पत्र देखना है। मगर दूसरे बैंकों में तरीका अलग था।
मध्य मुंबई में यूनियन बैंक की शाखा में पहुंचीं सुधा पई ने बताया, ‘बैंक कर्मचारियों ने उन्हें आरबीआई के नियमों के मुताबिक फॉर्म भरने के लिए कहा।’ दिल्ली के चांदनी चौक क्षेत्र में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और ऐक्सिस बैंक जैसे निजी क्षेत्र के बैंकों ने 2,000 रुपये के नोट बदलने के लिए ग्राहकों से फॉर्म भरने और आधार कार्ड दिखाने को कहा। येस बैंक की लक्ष्मी नगर शाखा में भी ग्राहकों से ऐसा ही कहा गया।