जी 20 कार्यक्रम के आखिरी सत्र में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र ने साइबर सिक्योरिटी, क्रिप्टो जैसी आधुनिक तकनीक को लेकर अहम विचार रखे। पीएम में मॉडर्न तकनीकों की प्रशंसा करते हुए उसके बढ़ावा देने की बात की, साथ ही उन्होंने साइबर सिक्योरिटी और क्रिप्टो के रेग्युलेशन का भी मुद्दा सबके सामने रखा।
पीएम मोदी ने कहा, ‘नई पीढ़ी की तकनीकों का फायदा सभी को मिलना चाहिए।’ पीएम ने साइबर सिक्योरिटी और क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंता जाहिर की, और सभी देशों से अपील करते हुए कहा कि सभी को इस पर मिलकर काम करना चाहिए।
साइबर सिक्योरिटी और क्रिप्टो
प्रधानमंत्री मोदी ने साइबर सिक्योरिटी और क्रिप्टो को लेकर आ रही चुनौतियों को लेकर कहा कि इन पर रेगुलेशन के लिए ग्लोबल स्टैंडर्ड्स बनाना आवश्यक हो गया है। सभी देशों का आह्वान करते हुए पीएम मोदी ने साथ मिलकर जल्द कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर डाला।
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
पीएम ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर कहा कि साल 2019 में G20 ने ‘Principles On AI’ अपनाया था, अब इससे एक और कदम आगे बढ़ने की जरूरत है। अब रिस्पॉनसिबल ह्यूमन सेंट्रिक AI पर फोकस करना होगा और ह्यूमन सेंट्रिक AI के लिए फ्रेमवर्क की जरूरत होगी। पीएम ने कहा कि इसके फ्रेमवर्क बनाने के लिए भारत भी अपने सुझाव देगा। भारत की ओर से पीएम ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सोशल-इकोनॉमिक डेवलपमेंट इस्तेमाल करने का सुझाव रखा।
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जी20 के सभी नेताओं का किया धन्यवाद
पीएम ने कार्यक्रम के समापन के संबोधन में G20 के सभी नेताओं को धन्यवाद किया। साथ ही उन्होंने सलाह दी कि नवंबर में G20 का वर्चुअल सेशन होना चाहिए और तय विषयों पर नवंबर में समीक्षा की जा सकती है।