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PM मोदी ने ‘अग्निपथ’ पर विपक्ष पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप, कांग्रेस ने कहा- करगिल विजय दिवस पर भी तुच्छ राजनीति

अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि आज भर्ती होने वाले जवानों को 30 साल बाद जाकर पेंशन मिलेगी। उसके लिए सरकार आज क्यों फैसला लेगी?'

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अर्चिस मोहन   
Last Updated- July 26, 2024 | 10:31 PM IST

Agnipath Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उन दावों को खारिज कर दिया कि अग्निपथ योजना पेंशन का बोझ कम करने के लिए लाई गई थी। उन्होंने कहा कि यह योजना सेना से सलाह-मशविरा कर लागू की गई ताकि सशस्त्र बलों को जवान एवं युद्ध के लिए हमेशा तैयार रखा जा सके।

प्रधानमंत्री ने यह बात 1999 में पाकिस्तान के साथ हुए करगिल युद्ध की जीत की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर कही। प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इस संवेदनशील मुद्दे पर भी राजनीति कर रहा है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है कि शहीदों को करगिल विजय दिवस पर श्रद्धांजलि देने जैसे मौके पर भी प्रधानमंत्री तुच्छ राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया था।’

गृह मंत्रालय के एक्स हैंडल पर एक वीडियो मेसेज पोस्ट करते हुए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक (डीजी) राहुल रसगोत्रा ने कहा कि ‘अच्छी तरह प्रशिक्षित और बहुत ही अनुशासित’ अग्निवीर आईटीबीपी के लिए बहुत ही लाभदायक होने जा रहे हैं। आईटीबीपी जवान भारत-चीन के बीच पड़ने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की सुरक्षा में तैनात होते हैं।

अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोग यह झूठ फैला रहे हैं कि सरकार इस योजना को पेंशन का पैसा बचाने के लिए लेकर आई है। मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि आज भर्ती होने वाले जवानों को 30 साल बाद जाकर पेंशन मिलेगी। उसके लिए सरकार आज क्यों फैसला लेगी? अग्निपथ योजना का उद्देश्य सशस्त्र बलों को युवा बनाना और सेनाओं को लगातार युद्ध के लिए तैयार रखना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों से संसद और विभिन्न समितियां सशस्त्र बलों को युवा बनाने के तौर-तरीकों पर विचार करती रही हैं। केवल उनकी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी इस चुनौती का समाधान किया है। भारतीय सैनिकों की औसत आयु वैश्विक औसत से ज्यादा थी, जो गंभीर चिंता का विषय थी।

करगिल युद्ध के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने इतिहास से कोई सबक नहीं सीखा और वह आतंकवाद के रूप में अभी भी परोक्ष युद्ध जारी रखे हुए है। हालिया हफ्तों में जम्मू क्षेत्र में आतंकी घटनाओं में वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री ने करगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी।

विपक्षी दलों के नेताओं ने पीएम मोदी के दावों को खारिज करते हुए कहा कि अग्निपथ योजना सेना की कीमत पर लाई गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि तत्कालीन सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने उस समय लिखा था कि इस योजना से सेना आश्चर्यचकित रह गई। नौसेना और वायुसेना भी इस चौंक गई थीं। रमेश ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘इस विनाशकारी योजना पर प्रधानमंत्री मोदी अब अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।’

First Published : July 26, 2024 | 10:09 PM IST