राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए उनके ‘दरवाजे हमेशा खुले’ हैं। नीतीश कुमार हाल ही में राजद व कांग्रेस के साथ वाले महागठबंधन से नाता तोड़कर कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो गए।
जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) अध्यक्ष के विरोधी खेमे में जाने के बाद प्रदेश में सत्ता गंवाने वाले वाली राजद के अध्यक्ष ने यहां पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की।
दोनों नेताओं को बृहस्पतिवार को बिहार विधानसभा परिसर के अंदर गर्मजोशी से हाथ मिलाते देखा गया था,जहां लालू राज्यसभा चुनाव को लेकर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों मनोज झा और संजय यादव के नामांकन दाखिल करने के समय उनका मनोबल बढ़ाने गए थे।
जब प्रसाद से कुमार के फिर से साथ आने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘‘अब आएंगे तो देखेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या जदयू प्रमुख के लिए उनका दरवाजा खुला हुआ है, राजद प्रमुख ने कहा, ‘‘दरवाजा खुला ही रहता है।’’
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने प्रसाद की टिप्पणियों के बारे में कहा कि यह राजद प्रमुख नहीं, बल्कि जदयू प्रमुख हैं जो गठबंधन बनाने पर फैसला ले सकते हैं।
बिहार की नई राजग सरकार में उपमुख्यमंत्री बने चौधरी ने पूछा, ‘‘यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तय करना है कि वह भाजपा के साथ रहना चाहते हैं या राजद के साथ। लालू जी के कुछ भी कहने से क्या फर्क पड़ने वाला है।’’
इस बीच जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने कहा, ‘‘लालू जी कहते हैं कि दरवाजे अब भी खुले हैं। उन्हें मालूम होना चाहिए कि दरवाजे पर अलीगढ़ का मशहूर ताला लगा दिया गया है।
हमारे नेता नीतीश कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जब भी राजद ने हमारे साथ सत्ता साझा की है, वह भ्रष्टाचार में लिप्त रही है। वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं है।’’