जुलाई में देश के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी बारिश के बाद अगस्त और सितंबर महीने में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ‘सामान्य’ रहने की उम्मीद है। मगर यह कमजोर ही रहेगा क्योंकि भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त में दीर्घावधि औसत की 94 फीसदी बारिश होने का अनुमान है, जो सामान्य से कम है। अगस्त में दीर्घावधि औसत 254.9 मिलीमीटर है और अगस्त तथा सितंबर में यह औसत 422.8 मिलीमीटर है।
आम तौर पर मॉनसून की लगभग 30 फीसदी बारिश अगस्त में ही होती है मगर इस बार कम बारिश के खरीफ की खड़ी फसल प्रभावित हो सकती है। जिन इलाकों में पहले ही पानी की कमी है और फसल पकने के अहम चरण में है, वहां तो इसका असर और भी घातक हो सकता है।
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस ऐंड एनालिटिक्स में निदेशक (शोध) पुषन शर्मा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘मूंग, उड़द, मूंगफली और सोयाबीन जैसी फसल सितंबर में कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं और जून में बोआई देर से होने के कारण अगस्त में इसकी फली बनने में विलंब हो सकता है। कम बारिश के कारण फूल मुरझा सकते हैं, जिससे इन फसलों की पैदावार पर खराब असर होगा।’
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मौसम विभाग के अनुसार मध्य और प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्सों में 5 अगस्त से मॉनसून में ठहराव आ सकता है और 17 अगस्त के बाद ही इसमें कुछ सुधार होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युजंय महापात्र ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अभी तक अलनीनो का असर नहीं दिखा है लेकिन अगस्त में यह मॉनसून को प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण अगस्त में बारिश कम रह सकती है। हालांकि अलनीनो अब भी हल्का ही है और अभी तक तटस्थ स्थिति में रहा हिंद महासागर डायपोल सकारात्मक हो जाएगा।’
महापात्र ने कहा कि अगस्त की तुलना में सितंबर में ज्यादा बारिश हो सकती है। सामान्य तौर पर कुल 870 मिलीमीटर की मॉनसूनी बारिश में से केवल 160 मिलीमीटर सितंबर के हिस्से आती है।
राहत की बात यह है कि जुलाई में देश भर में सामान्य से 13 फीसदी अधिक बारिश होने के कारण अगस्त की सुस्ती के बाद भी इस सीजन की औसत बारिश सामान्य रह सकती है। महापात्र ने कहा कि मॉनसून में ठहराव शुरू हो चुका है और इस दौरान बारिश की गतिविधि हिमालय की तलहटी और पूर्वोत्तर राज्यों की ओर बढ़ जाएगी। जुलाई में देश के पूर्वी हिस्से में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है लेकिन आगे इन इलाकों में अच्छी बारिश का अनुमान है।
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मौसम विभाग ने क्षेत्रवार ब्योरा देते हुए कहा कि अगस्त में हिमालय से सटे अधिकतर इलाकों, पूर्व-मध्य भारत और पूर्वी तथा पूर्वोत्तर के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक तक बारिश हो सकती है। मगर दक्षिण प्रायद्वीप के अधिकांश हिस्सों और उत्तर पश्चिम के पश्चिमी इलाकों तथा मध्य भारत में सामान्य से कम बारिश का अनुमान है।
मौसम विभाग ने कहा कि पूर्वी भारत में अगस्त के दौरान सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। अभी इन इलाकों (पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड) में बारिश की कमी है। इससे इन इलाकों में फसल पैदावार के लिहाज से थोड़ी राहत मिल सकती है।