प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नारी शक्ति को सलाम करने का विशेष अवसर करार देते रविवार को घोषणा की कि वे एक्स और इंस्टाग्राम जैसे अपने सोशल मीडिया खाते एक दिन के लिए कुछ ऐसी प्रेरक महिलाओं को सौंपेंगे, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल की हैं।
आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 119वीं कड़ी में अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने युवाओं की भागीदारी से अंतरिक्ष और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) जैसे विभिन्न क्षेत्रों में आ रही ‘नई क्रांति’ पर प्रकाश डाला, युवाओं से ‘एक दिन वैज्ञानिक’ के रूप में बिताने का आह्वान किया और साथ ही मोटापे की बढ़ती समस्या पर चिंता जताते हुए लोगों को इस समस्या से निपटने के लिए खाने के तेल में 10 फीसदी की कमी लाने का सुझाव भी दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर वे एक ऐसी पहल करने जा रहे है जो नारी शक्ति को समर्पित होगा। उन्होंने कहा, ‘मैं एक्स और इंस्टाग्राम जैसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक दिन के लिए कुछ ऐसी प्रेरक महिलाओं को सौंपूंगा,जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल की हैं, नवाचार किया है या अपनी एक अलग पहचान बनाई है।’ मोदी ने कहा कि भले ही यह मंच उनका होगा लेकिन वहां उनके अनुभव उनकी चुनौतियां और उनकी उपलब्धियों की बात होगी। उन्होंने महिलाओं से इस प्रयोग का हिस्सा बनने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे उनकी उपलब्धियों को देश व दुनिया तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के 100वें प्रक्षेपण मिशन की सफलता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से ‘एक दिन वैज्ञानिक’ के रूप में बिताने का आह्वान किया ताकि विज्ञान के प्रति उनकी जिज्ञासा और बढ़े। उन्होंने इसरो के 100वें प्रक्षेपण मिशन की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल एक संख्या भर नहीं है बल्कि इससे अंतरिक्ष विज्ञान में नित नयी ऊंचाइयों को छूने के भारत के संकल्प का भी पता चलता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि समय के साथ अंतरिक्ष की इस उड़ान में भारत की सफलताओं की सूची काफी लंबी होती चली गई। उन्होंने कहा कि प्रक्षेपण यान का निर्माण हो, चंद्रयान की सफलता हो, मंगलयान हो या आदित्य एल-वन या फिर एक ही रॉकेट से एक ही बार में 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने का अभूतपूर्व मिशन हो, इसरो की सफलताओं का दायरा काफी बड़ा रहा है। मोदी ने कहा कि बीते 10 वर्षों में ही करीब 460 उपग्रह प्रक्षेपित किए गए हैं और इनमें दूसरे देशों के भी बहुत सारे उपग्रह भेजे गए हैं। अंतरिक्ष क्षेत्र में नारी शक्ति की बढ़ती भागीदारी की भी सराहना की।
मोदी ने कहा कि उन्हें यह देखकर भी बहुत खुशी होती है कि आज अंतरिक्ष क्षेत्र युवाओं के लिए बहुत प्रिय बन गया है। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले किसने सोचा होगा कि इस क्षेत्र में स्टार्टअप और निजी क्षेत्र की अंतरिक्ष कंपनियों की संख्या सैकड़ों में हो जाएगी। मोदी ने कहा, ‘हमारे जो युवा जीवन में कुछ नया करना चाहते हैं, उनके लिए अंतरिक्ष क्षेत्र एक बेहतरीन विकल्प बना है।’ कुछ दिन के भीतर राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाए जाने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि बच्चों और युवाओं का विज्ञान में लगाव बहुत मायने रखता है। उन्होंने उनसे आह्वान किया कि वे अपना एक दिन वैज्ञानिक के रूप में बिताकर देखें।