प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार आजादी के 70 वर्षों के बाद परंपरागत कौशल में एक नई ऊर्जा भरने के लिए प्रतिबद्ध है। महाराष्ट्र के वर्धा में पीएम विश्वकर्मा योजना की वर्षगांठ पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना में सम्मान, सामर्थ्य और समृद्धि की भावना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘विश्वकर्मा योजना का एक वर्ष पूरा होने का उत्सव, विकसित भारत के लिए हमारी प्रतिबद्धता को नई ऊर्जा देगा। मैं इस मौके पर विश्वकर्मा योजना और देश भर में इसके सभी लाभार्थियों को बधाई देता हूं।’
पीएम विश्वकर्मा योजना का लक्ष्य 18 व्यवसायों के कारीगरों और शिल्पकारों को मदद देना है जो अपने हाथों और उपकरणों से काम करते हैं। इस योजना के तहत पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र, पहचान पत्र के जरिये मान्यता दिए जाने के साथ ही कौशल विकास, टूलकिट के लिए प्रोत्साहन, ऋण की सुविधा, डिजिटल लेन-देन के लिए प्रोत्साहन और मार्केटिंग समर्थन शामिल है।
पिछले वर्ष पीएम विश्वकर्मा योजना से 18 विभिन्न पारंपरिक कौशल वाले 20 लाख से अधिक लोग जुड़े हैं जिनमें 700 जिले, 2.5 लाख ग्राम पंचायत और 500 शहरी स्थानीय इकाइयां शामिल हैं।
इस योजना के तहत सरकार ने 6 लाख से अधिक विश्वकर्माओं को आधुनिक उपकरण मुहैया कराए हैं ताकि उनकी उत्पादकता बढ़ाने में मदद दी जा सके और वे जो भी वस्तुएं तैयार करते हैं उनकी गुणवत्ता बेहतर हो। इसके अलावा सरकार 15,000 रुपये का ई-वाउचर और 3 लाख रुपये तक का ऋण देती है जिसमें उन्हें कुछ जमानत के तौर पर नहीं रखना पड़ता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘प्रत्येक लाभार्थी को 15,000 रुपये का ई-वाउचर दिया जा रहा है। इसके अलावा 3 लाख रुपये तक का ऋण दिया जा रहा है ताकि उनके कारोबार का विस्तार करने में मदद दी जा सके। एक वर्ष के भीतर ही विश्वकर्माओं को 1,400 करोड़ रुपये के ऋण दिए गए हैं। यह दर्शाता है कि विश्वकर्मा योजना सभी पहलुओं पर ध्यान दे रही है और इसी वजह से यह योजना सफल और लोकप्रिय हो रही है।’
प्रधानमंत्री ने पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन ऐंड अपैरल (पीएम मित्रा) पार्क की महाराष्ट्र के अमरावती में आधारशिला भी रखी। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर लगाई गई प्रदर्शनी का भी जायजा लिया।
प्रधानमंत्री ने पीएम मित्रा पार्क के लिए 7 स्थानों पर भी अंतिम मुहर लगाई जो तमिलनाडु (विरुधुनगर), तेलंगाना (वारंगल), गुजरात (नवसारी), कर्नाटक (कलबुर्गी), मध्यप्रदेश (धार), उत्तर प्रदेश (लखनऊ) और महाराष्ट्र (अमरावती) में हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम मित्रा पार्क की आधारशिला के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि आज भारत अपने कपड़ा उद्योग को वैश्विक बाजारों के शीर्ष स्तर पर ले जाने के लिए काम कर रहा है और देश का लक्ष्य भारत के कपड़ा उद्योग की सदियों पुरानी प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित करना है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अमरावती में पीएम मित्रा पार्क इस दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। मैं इस उपलब्धि के लिए अमरावती के लोगों को बधाई देता हूं।’
अमरावती में पीएम मित्रा पार्क को राज्य की एक क्रियान्वयन एजेंसी के तौर पर महाराष्ट्र औद्योगिक विकास कॉरपोरेशन (एमआईडीसी) द्वारा विकसित किया जा रहा है जो करीब 1,000 एकड़ पार्क में होगा।
इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मध्यम लघु एवं सूक्ष्म उद्यमों के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री जयंत चौधरी और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने भी हिस्सा लिया।