महाराष्ट्र

मराठवाड़ा में भारी बारिश और बाढ़ से तबाही, सरकार ने दिवाली से पहले किसानों को आर्थिक मदद का आश्वासन दिया

मराठवाड़ा में मूसलाधार बारिश के कारण कम से कम आठ लोगों की मौत, 30 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र पर लगी फसलें नष्ट

Published by
सुशील मिश्र   
Last Updated- September 24, 2025 | 7:52 PM IST

आमतौर पर सूखे से जूझने वाले मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में बारिश ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई है तथा घरों और फसलों को नुकसान पहुंचा है। सरकार बाढ़ पीड़ित किसानों की हर संभव मदद करने का आश्वासन दे रही है तो विपक्ष मदद को नकाफी बता रहा है। मराठवाड़ा में किसानों का हाल जानने के लिए नेताओं की भीड़ उमड़ना शुरू हो गई है। आठ जिलों वाले मराठवाड़ा में पिछले चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। यहां कई गांव जलमग्न हो गए, कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और 30 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र पर लगी फसलें नष्ट हो गईं।

दिवाली से पहले किसानों को मिलेगी वित्तीय सहायता!

महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे ने कहा कि सितंबर में हुई भारी बारिश ने पहले हुई बारिश की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाया है। राजस्व और कृषि विभाग की मदद से फसल नुकसान का सर्वेक्षण युद्धस्तर पर जारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रभावित किसानों को दिवाली से पहले वित्तीय सहायता मिलेगी। किसानों के खातों में वित्तीय सहायता का हस्तांतरण शुरू हो गया है। जिन इलाकों में जुलाई से पहले नुकसान हुआ था और नुकसान का सर्वेक्षण पूरा हो गया है। सरकार 2,215 करोड़ रुपये की घोषित मदद में से किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में सहायता राशि देना शुरू कर दिया है। बैंकों को बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में ऋण वसूली रोकने के निर्देश दिए जाएंगे।

Also Read: नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जल्द शुरू होंगी एयर इंडिया, इंडिगो और अकासा की दैनिक उड़ानें

बाढ़ प्रभावित मराठवाड़ा में नेताओं की बाढ़

मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री और दूसरे नेता मराठवाड़ा और महाराष्ट्र के दूसरे हिस्सों के दौर कर रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बुधवार को सोलापुर और लातूर का दौरा कर रहे हैं, उपमुख्यमंत्री अजित पवार सुबह से ही मैदान में हैं, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे धाराशिव में है और मंत्री पंकजा मुंडे जालना तथा बीड का दौरा कर रही हैं।

उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठावाड़ा क्षेत्र स्थित धाराशिव जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। शिंदे ने कहा कि सरकार बाढ़ और मूसलाधार बारिश के कारण नुकसान झेलने वाले किसानों की मदद करेगी। एनडीआरएफ के कर्मियों ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को बचाया और कई लोगों को हवाई मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। विभिन्न पार्टियों को राजनीति करने के बजाए प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।

बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे राकांपा (एसपी) के नेता

बाढ़ से हुई व्यापक तबाही के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने कहा कि उसके वरिष्ठ नेता प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे और परेशानियों से जूझ रहे किसानों को सहायता प्रदान करेंगे। पार्टी ने एक बयान में कहा कि इसका उद्देश्य किसानों के समक्ष आ रही कठिनाइयों को समझना है।

राकांपा (एसपी) के अनुसार, विधायक शशिकांत शिंदे बीड के दौरे पर हैं जबकि विधायक जयंत पाटिल और हर्षवर्द्धन पाटिल सोलापुर का दौरा करेंगे। जयंत पाटिल धाराशिव भी जाएंगे। पूर्व मंत्री अनिल देशमुख यवतमाल और वाशिम का दौरा करेंगे। विधायक जितेंद्र आव्हाड नांदेड़ और परभणी का दौरा करेंगे तथा विधायक राजेश टोपे जालना जाएंगे। डॉ. राजेंद्र शिंगणे अकोला और बुलढाणा का दौरा करेंगे जबकि विधायक रोहित पवार अहिल्यानगर का दौरा करेंगे। जयप्रकाश दांडेगांवकर हिंगोली का दौरा करेंगे और प्राजक्त तनपुरे जलगांव का दौरा करेंगे।

Also Read: मुंबई वालों को ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत, जल्द शुरू होगी पॉड टैक्सी सर्विस

उद्धव ठाकरे गुरुवार को करेंगे मराठवाड़ा का दौरा

शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे गुरुवार को मध्य महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मराठवाड़ा का दौरा करेंगे। पार्टी नेता संजय राउत ने बताया कि पार्टी के अन्य नेता भी इस क्षेत्र का दौरा करेंगे। ठाकरे गुरुवार को पहले लातूर जाएंगे और फिर धाराशिव, बीड, जालना एवं छत्रपति संभाजीनगर जाएंगे। राउत ने दावा किया कि राज्य सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं कर सकती क्योंकि उस पर नौ लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। यही कारण है कि ठाकरे ने केंद्र से 10,000 करोड़ रुपये की सहायता देने की अपील की है। लगभग 70 लाख एकड़ जमीन पर लगी फसलें प्रभावित हुई हैं एवं 40 लाख किसानों पर बुरा असर पड़ा है।

भुजबल प्रभावित किसानों के लिए एक महीने का वेतन दान करेंगे

महाराष्ट्र के मंत्री खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति छगन भुजबल राज्य के कई हिस्सों में भारी वर्षा और बाढ़ से प्रभावित किसानों को राहत प्रदान करने के लिए अपना एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसलों को हुए भारी नुकसान से जूझ रहे संकटग्रस्त कृषक समुदाय की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। भुजबल गुरुवार को नासिक जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र येओला के प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और फसलों को हुए नुकसान का प्रत्यक्ष आकलन करेंगे।

Also Read: इस बार हो सकती है गन्ने की रिकॉर्ड उपज, 25-26 सीजन में चीनी उत्पादन 35 लाख टन तक पहुंचने की उम्मीद

50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर सहायता की मांग

मराठवाड़ा के धाराशिव से सांसद ओमप्रकाश राजेनिम्बालकर ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को नौ मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित किसानों को 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की सहायता दी जानी चाहिए। बाढ़ में अपने मवेशी खोने वाले किसानों को बाजार दर पर सहायता राशि का भुगतान किया जाना चाहिए।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों, पुलों और बिजली आपूर्ति के बुनियादी ढांचे की मरम्मत के लिए राज्य द्वारा एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया जाना चाहिए। मराठवाड़ा क्षेत्र के किसानों को वैसी ही सहायता दी जानी चाहिए जैसी पहले कोल्हापुर और मिराज (सांगली जिला) में बाढ़ के दौरान दी गई थी।

First Published : September 24, 2025 | 7:46 PM IST