महाराष्ट्र

सुरक्षित यात्रा के लिए मर्सिडीज और महाराष्ट्र सरकार के बीच हुई साझेदारी

मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह साझेदारी न केवल समृद्धी महामार्ग बल्कि पूरे राज्य में सड़क सुरक्षा के लिए एक परिवर्तनकारी मॉडल बन सकती है।

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सुशील मिश्र   
Last Updated- May 15, 2025 | 7:34 PM IST

मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने महाराष्ट्र सरकार के साथ समृद्धी महामार्ग पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा परियोजना में साझेदारी की है। यह सहयोग उनके कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के तहत किया गया है। यह उपक्रम राष्ट्रीय स्तर पर एक आदर्श मॉडल बन रहा है, और इसकी सफल कार्यान्वयन से महाराष्ट्र के अन्य उच्च-जोखिम वाले मार्गों पर भी इसी तरह की परियोजनाएं शुरू करेगा ।

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सेव लाइफ फाउंडेशन के माध्यम से मर्सिडीज-बेंज़ इंडिया के साथ हुए इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि समृद्धी महामार्ग पर प्रतिदिन औसतन 10 लाख वाहन चलते हैं, ऐसे में इस मार्ग पर सड़क सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह गर्व की बात है कि वाहन और सुरक्षा क्षेत्र में अग्रणी मर्सिडीज-बेंज इंडिया इस प्रयास में सक्रिय भागीदारी निभा रही है। यह साझेदारी न केवल समृद्धी महामार्ग बल्कि पूरे राज्य में सड़क सुरक्षा के लिए एक परिवर्तनकारी मॉडल बन सकती है। महाराष्ट्र राज्य मार्ग विकास महामंडल (एमएसआरडीसी) और राज्य राजमार्ग पुलिस, इस परियोजना को औपचारिक रूप से सहयोग प्रदान करेंगे और अन्य विभागों के साथ समन्वय भी स्थापित करेंगे।

समृद्धी महामार्ग महाराष्ट्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जो राज्य के दस जिलों को जोड़ती है और व्यापार, पर्यटन व दैनिक आवागमन के लिए एक जीवन रेखा के रूप में कार्य करती है। इस 701 किमी लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण तीव्र गति से हुआ है, जिससे कम समय में तेज़ और सुरक्षित यात्रा संभव हो सकी है। इस परियोजना का पहला चरण (नागपुर से शिर्डी – 520 किमी) 11 दिसंबर 2022 को, दूसरा चरण (शिर्डी से भरवीर – 80 किमी) 26 मई 2023 को और तीसरा चरण (भरवीर से इगतपुरी – 25 किमी) 4 मार्च 2024 को यातायात के लिए खोला गया है। अंतिम चरण इगतपुरी से आमणे (जिला ठाणे) तक 76 किमी की दूरी का है, जिसे जल्द ही खोलने की योजना है।

701 किमी लंबे मुंबई–नागपुर महामार्ग पर सड़क सुरक्षा के अभियांत्रिकी, प्रवर्तन, आपातकालीन सेवा और जन जागरूकता के आधार पर विभिन्न उपाय लागू किए जा रहे हैं। इस प्रयास से सड़क दुर्घटना मृत्यु दर में 29 फीसदी की गिरावट (2023 में 151 मौतें, 2024 में 107) दर्ज की गई है। साथ ही, यह भी सामने आया है कि केवल 17 फीसदी मार्ग पर ही 39 फीसदी मौतें हुई हैं (दिसंबर 2024 तक)। यह पहल एक राष्ट्रीय मॉडल के रूप में उभर रही है। यह स्पष्ट हुआ है कि डेटा-आधारित समाधान, सरकारी नेतृत्व और बहु-हितधारक समन्वय के जरिए सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को बड़े पैमाने पर कम किया जा सकता है। मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने सेव लाइफ फाउंडेशन और महाराष्ट्र राज्य मार्ग विकास महामंडल के सहयोग से समृद्धी महामार्ग पर शुन्य मृत्यु कॉरिडोर नामक पहल मार्च 2024 में शुरू की है, जो 2026 तक जारी रहेगी।

First Published : May 15, 2025 | 7:25 PM IST