महाराष्ट्र सरकार मुंबई और नवी मुंबई में कैंपस स्थापित करने के लिए पांच विदेशी विश्वविद्यालयों को औपचारिक रूप से आशय पत्र सौंपेगी। ये इलाके मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) का हिस्सा हैं। ये पांच विश्वविद्यालय एबरडीन यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क, यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया, इलिनॉय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी और इंस्टिट्यूटो यूरोपियो डि डिजाइन (आईईडी) हैं।
इस कदम का उद्देश्य नवी मुंबई को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा का केंद्र बनाना है और आशय पत्र शनिवार को महाराष्ट्र सरकार की मुंबई राइजिंग-क्रिएटिंग एन इंटरनैशनल एडुकेशन सिटी पहल के तहत दिए जाएंगे।
इंटरनैशनल एडुसिटी को महाराष्ट्र के शहरी एवं औद्योगिक विकास महामंडल (सिडको) द्वारा विकसित किया जा रहा है। परियोजना के हिस्से के तौर पर कुल मिलाकर नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के 5 किलोमीटर के दायरे में 10 विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपस स्थापित करने की योजना बनाई गई है।
सिडको ने कहा, ‘यह देश में अपनी तरह का पहला इंटरनैशनल एडुसिटी होगा। यह परियोजना नवी मुंबई और मुंबई को एक वैश्विक शिक्षा केंद्र के तौर पर स्थापित करेगी और इससे महाराष्ट्र के लिए एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था और साल 2029 तक भारत के लिए पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में मदद मिलेगी।’
इसके अलावा, सलाहकार संगठन सेंटर फॉर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स की साल 2024 की विश्वविद्यालय रैंकिंग रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया 143वें स्थान पर था, जो दुनिया के शीर्ष 0.7 फीसदी विश्वविद्यालयों में से एक है। एबरडीन यूनिवर्सिटी 210 स्थान पर था, जबकि यॉर्क यूनिवर्सिटी 333वें स्थान पर रहा। ये दोनों दुनिया के शीर्ष 1.6 फीसदी विश्वविद्यालयों में शामिल हैं।
इस बीच, इलिनॉय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी 585वें स्थान पर रहा और यह दुनिया के शीर्ष 2.8 फीसदी विश्वविद्यालयों में है। सिडको ने कहा, ‘इस पहल का उद्देश्य भारत मेंअंतरराष्ट्रीय स्तर की पढ़ाई को सुलभ बनाना है।’