Investment Opportunities in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को मुंबई में उद्योगपतियों के साथ राउंड टेबल बैठक और वन-टु-वन बैठकों के माध्यम से निवेश के अवसर बढ़ाने को लेकर बातचीत की। उन्होंने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे वैश्विक निवेशक सम्मेलन 2025 और क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलनों में भी शामिल हों। निवेशक सम्मेलन का आयोजन नए वर्ष के आरंभ में भोपाल में जबकि क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलन आगामी 20 जुलाई को जबलपुर में आयोजित हो रहा है।
यादव ने कहा कि प्रदेश में उद्योग, व्यापार और कारोबार के क्षेत्र में निवेश के अनुकूल माहौल तैयार हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य एवं खनन आदि क्षेत्रों में निवेश की असीमित संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने बजट में उद्योग और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई प्रावधान किए हैं।
क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश के अलग-अलग इलाकों की परिस्थितियों और विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए औद्योगिक सम्मेलन करवाने का निर्णय लिया है।
मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध निदेशक (MD) चंद्रमौलि शुक्ला ने कहा, ‘इन सम्मेलनों की मदद से परियोजनाओं को शीघ्र शुरू करने और निवेशकों को विभिन्न विभागों से तत्काल मंजूरी दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।’ क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलन का पहला दौर 1 और 2 मार्च को उज्जैन में आयोजित किया गया था जहां करीब 10,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए थे।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मुंबई में मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात के दौरान उद्योगपति अनिल अंबानी ने रक्षा और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव रखा। वहां मुख्यमंत्री ने कुल 25 उद्योगपतियों से मुलाकात की जिनमें लार्सन ऐंड टुब्रो (L&T) के CMD एस एन सुब्रमण्यम, पार्ले एग्रो (Parle Agro) की CEO शोना चौहान (Schauna Chauhan) , ग्रासिम इंडस्ट्रीज (Grasim Industries) के MD ए के अग्रवाल तथा हेटिच इंडिया (Hettich India) के MD आंद्रे एकहॉल्ट आदि मौजूद थे।
इससे पहले कार्यक्रम के आरंभ में औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्द्धन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह ने आमंत्रित उद्योगपतियों को प्रदेश की निवेश संभावनाओं के बारे में बताया। मध्य प्रदेश ने निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए 2025 को औद्योगिक वर्ष घोषित किया है।