Karur stampede: तमिलनाडु के करूर में शनिवार को तमिलगा वेत्रि कझगम (TVK) प्रमुख और अभिनेता विजय की रैली में बड़ा हादसा हो गया। भारी भीड़ के बीच मची भगदड़ में 39 लोगों की मौत हो गई और करीब 65 लोग घायल हुए। मरने वालों में 18 से 30 साल तक के कई युवा शामिल हैं।
करीब 50 हजार लोग विजय, जिन्हें उनके प्रशंसक ‘थलपति’ कहते हैं, को सुनने पहुंचे थे। सुबह से ही लोग जुटने लगे थे और दोपहर तक संख्या तेजी से बढ़ गई। विजय का कार्यक्रम तय समय से देर से शुरू हुआ और जब शाम 7 बजे वह रैली स्थल पर पहुंचे, तब तक भीड़ दोगुनी हो चुकी थी।
जैसे ही उनकी गाड़ी भीड़ के बीच पहुंची, धक्का-मुक्की शुरू हो गई। कई लोग गिर पड़े और कुछ पास ही बने शेड पर आ गिरे, जहां जेनरेटर और टीवी वैन खड़ी थी। इसी अफरातफरी ने जानलेवा भगदड़ का रूप ले लिया।
हादसे से बचे लोगों ने बताया कि अचानक इतनी भीड़ बढ़ गई कि हिलने-डुलने की जगह भी नहीं थी। कई लोग बेहोश होकर गिर पड़े। एक युवक ने कहा कि खराब व्यवस्था और पुलिस की कम मौजूदगी इस हादसे की वजह बनी।
घटना के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया। DMK ने TVK पर पुलिस की शर्तों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया, जबकि AIADMK नेता एडप्पडी के पलानीस्वामी ने इसे दुखद और दर्दनाक बताया।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन देर रात करूर पहुंचे और अस्पतालों में घायलों से मिले। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए।
विजय ने भी सोशल मीडिया पर अपनी पीड़ा जताई। उन्होंने लिखा कि इस हादसे ने उनका दिल तोड़ दिया है और वह असहनीय दुख में हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मृतकों में 12 पुरुष, 16 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं। अस्पतालों में रातभर घायलों का इलाज चलता रहा, वहीं शवगृह के बाहर परिवार अपने अपनों को खोने के गम में विलाप करते रहे।
यह हादसा तमिलनाडु में राजनीतिक रैलियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। विजय की राज्यव्यापी यात्रा अभी जारी है, और हर जगह बड़ी भीड़ उमड़ रही है।