Iran-Israel conflict: ईरान और इजराइल के बीच जारी युद्ध के मद्देनजर ईरान में पढ़ाई कर रहे 100 से ज्यादा भारतीय छात्रों को सफलतापूर्वक वहां से निकाला गया है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये छात्र गुरुवार तड़के करीब 2 बजे नई दिल्ली पहुंच सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने भी इस निकासी की पुष्टि की है। संगठन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बताया, “उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी के करीब 110 भारतीय छात्र—जिनमें लगभग 90 कश्मीरी छात्र हैं—को सुरक्षित बाहर निकाला गया है और उन्होंने ईरान-आर्मेनिया सीमा पार कर ली है।” हालांकि, विदेश मंत्रालय (MEA) ने अब तक छात्रों के आगमन के सटीक समय की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
यह निकासी उस दिन के बाद हुई है जब विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया था कि “तेहरान में मौजूद भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से शहर से बाहर ले जाया गया है। यह व्यवस्था भारतीय दूतावास द्वारा की गई है। वहीं, अन्य ऐसे भारतीय नागरिक जो खुद यात्रा की सुविधा रखते हैं, उन्हें भी हालात को देखते हुए शहर छोड़ने की सलाह दी गई है।” मंत्रालय ने आगे कहा, “इसके अलावा, कुछ भारतीयों को आर्मेनिया की सीमा के रास्ते ईरान से बाहर निकलने में मदद की गई है।”
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय ईरान में 4,000 से अधिक भारतीय नागरिक रह रहे हैं।
छात्रों की यह निकासी ऐसे समय में हुई है जब इजराइल और ईरान के बीच तनाव तेजी से बढ़ रहा है। 13 जून को इजराइल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ शुरू किया, जिसके तहत ईरान में संदिग्ध परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया—इनमें राजधानी तेहरान भी शामिल थी।
हमलों में ईरान की सेना और परमाणु कार्यक्रम से जुड़े कई अहम अधिकारियों को निशाना बनाया गया। इन हमलों में इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर जनरल होसेन सलामी (Hossein Salami) समेत कई वरिष्ठ ईरानी अधिकारियों की मौत हो गई।
ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए तेल अवीव (Tel Aviv) और यरूशलेम (Jerusalem) पर मिसाइल हमले किए।
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मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान से “बिना शर्त आत्मसमर्पण” की मांग की। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका को ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की लोकेशन की जानकारी है, लेकिन फिलहाल उन्हें मारने से “परहेज़ किया गया है”। ट्रंप ने यह भी कहा कि ईरान पर इजराइल द्वारा किए जा रहे हमलों में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए खामेनेई ने आगे की कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “हमें आतंकवादी ज़ायोनी शासन को कड़ा जवाब देना होगा। हम ज़ायोनीवादियों पर कोई दया नहीं दिखाएंगे।”
बुधवार को भी दोनों देशों के बीच मिसाइल हमले जारी रहे। इजराइली सेना के मुताबिक, ईरान ने दिन की शुरुआत में दो बार मिसाइल हमले किए, जिनकी आवाज तेल अवीव में सुनी गई।