Hit And Run New Law Strike: देशभर में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल (Drivers Strike) का आज दूसरा दिन है। हड़ताल की वजह से जम्मू से लेकर महाराष्ट्र तक कई पेट्रोल पंपों पर तेल की किल्लत हो गई है और लोगों की लंबी कतारें लगी हुई है।
इतना ही नहीं ड्राइवरों के विरोध-प्रदर्शन के कारण फल एवं सब्जियों समेत जरूरी सामान की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। सबसे ज्यादा प्रभावित मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल हुई है। यहां ट्रक ड्राइवरों ने चक्का-जाम कर दिया जिसकी वजह से पुलिस कर्मियों को बल का भी प्रयोग करना पड़ा।
इसे बीच, ट्रांसपोर्टरों के एक संगठन ने मंगलवार को दावा किया कि ‘हिट-एंड-रन’ दुर्घटना मामलों पर नए दंड कानून के प्रावधान के खिलाफ ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल से मध्य प्रदेश में लगभग पांच लाख वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
क्या है ‘हिट एंड रन’ कानून ?
बता दें कि हिट एंड रन कानून (Hit and Run Law) के तहत ऐसे चालकों के लिए 10 साल तक की सजा का प्रावधान है जो लापरवाही से गाड़ी चलाकर भीषण सड़क हादसे को अंजाम देने के बाद पुलिस या प्रशासन के किसी अफसर को दुर्घटना की सूचना दिए बगैर मौके से फरार हो जाते हैं। यह कानून भारतीय न्याय संहिता में भारतीय दंड विधान की जगह लेगा।
‘हिट एंड रन’ कानून को वापस लेने की मांग
ट्रांसपोर्टर यूनियन सरकार सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार को हिट एंड रन’ के मामलों में चालकों को सख्त सजा के प्रावधान वापस लेने चाहिए। साथ ही सड़क हादसे रोकने के लिए खासकर हाईवे पर कमर्शियल वाहनों के लिए अलग लेन बनाई जानी चाहिए।
पेट्रोल पंपों पर लगी लंबी कतारें
ड्राइवरों के आंदोलन के बीच मंगलवार को सुबह भोपाल, इंदौर और अन्य शहरों में पेट्रोल पंपों पर अपने वाहनों की टंकी में ईंधन भरवाने के लिए बड़ी संख्या में लोग देखे गए।
इसके अलावा पंजाब, जम्मू, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ समेत मध्य प्रदेश के कई शहरों में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लग गई है। लोग आज सुबह ही अपने वाहनों में तेल भरवाने के लिए सड़कों पर निकल गए। हालांकि, सरकार ने इस तरह के दावों को पूरी तरह से खारिज किया है और स्थिति को नियंत्रण में बताया है।
दिल्ली-एनसीआर में भी दिखा हड़ताल का असर
केंद्र सरकार के नये कानून में ‘‘हिट एंड रन’’ का उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में भी बड़ा असर दिखा। हड़ताल के कारण लंबी दूरी के यात्री सबसे ज्यादा परेशान दिखे जिन्हें ठंड में बस के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।