facebookmetapixel
सस्ते आयात, डंपिंग से देश के स्टील सेक्टर को नुकसान; नीतिगत समर्थन की जरूरत: RBIसोशल मीडिया पर AI कंटेंट पर सख्ती, लेबलिंग और वेरिफिकेशन अनिवार्य; MeitY ने जारी किया मसौदा नियमभारत बनेगा AI कंपनियों का नया ठिकाना, OpenAI और Anthropic करेंगी भर्ती और ऑफिस की शुरुआतIndia-US Trade Deal: 50% से 15% होगा टैरिफ! ट्रंप देंगे बड़ा तोहफा, जल्द फाइनल हो सकती है डीलMajhi Ladki Bahin Yojana: महिलाओं की स्कीम में 12 हजार पुरुषों को मिला फायदा! चौंकाने वाला खुलासाTata Motors CV की लिस्टिंग डेट पर बड़ा अपडेट! दिसंबर से बाजार में शुरू हो सकती है ट्रेडिंगTata Trusts: कार्यकाल खत्म होने से पहले वेणु श्रीनिवासन बने आजीवन ट्रस्टी, अब मेहली मिस्त्री पर टिकी निगाहेंMidwest IPO: 24 अक्टूबर को होगी लिस्टिंग, ग्रे मार्केट से मिल रहे पॉजिटिव संकेत; GMP ₹100 पर पंहुचाUpcoming IPOs: आईपीओ मार्केट में फिर गर्माहट, सेबी ने ₹3500 करोड़ के सात नए आईपीओ को दी मंजूरीसत्य नडेला की कमाई बढ़कर हुई ₹800 करोड़, 90% हिस्सा सिर्फ शेयरों से

आर्थिक सुधार पर हरकत में सरकार, तेजी से कदम बढ़ाने की तैयारी

सरकार ने उन खास क्षेत्रों की एक फेहरिस्त तैयार की है जिनमें वह जल्द और एक निश्चित समय सीमा में सुधार करना चाहती है।

Last Updated- August 28, 2025 | 11:15 PM IST
India

स्वतंत्रता दिवस पर नए आर्थिक सुधारों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद सरकार हरकत में आ गई है। सरकार ने उन खास क्षेत्रों की एक फेहरिस्त तैयार की है जिनमें वह जल्द और एक निश्चित समय सीमा में सुधार करना चाहती है।

सरकार कुछ बड़ी महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं को आगे बढ़ाना चाहती है। इनमें खनन एवं बिजली उत्पादन दोगुना करना, बड़े निवेश के लिए भारत को एक माकूल बाजार के रूप में पेश करना और उद्यमों एवं आम लोगों पर अनुपालन से जुड़े बोझ कम करना शामिल हैं।

सरकार ने विकसित भारत लक्ष्यों के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जिसका अध्यक्ष नीति आयोग के सदस्य राजीव गाबा को बनाया गया है।
यह समिति इन बड़ी परियोजनाओं के जरिये आर्थिक विकास एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए एक कार्य योजना तैयार करेगी।

इन परियोजनाओं में खनन क्षेत्र में उत्पादन दोगुना करना, बिजली उत्पादन, हरित हाइड्रोजन सहित नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना, लघु एवं उच्च मॉड्यूलर रिएक्टर तैयार करना और कोयला गैसीकरण शामिल हैं। गैर-वित्तीय नियामकीय सुधारों पर गठित एक दूसरी समिति मौजूदा कानूनों की प्रासंगिकता पर भी विचार करेगी। इसके अलावा समिति स्व-अभिप्रमाणन और तीसरे पक्ष की निगरानी से जुड़ी गुंजाइश भी तलाशेगी।

First Published - August 28, 2025 | 10:57 PM IST

संबंधित पोस्ट