फूड प्रोसेसिंग व्यवसाय में डेयरी सेक्टर सबसे तेजी से बढ़ने वाला उद्योग बन गया है। देश का फूड प्रोसेसिंग सेक्टर आने वाले वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक होगा, क्योंकि सरकार इस क्षेत्र में 100 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति दे रही है। डेयरी उद्योग को मजबूत करने में तकनीक की अहम भूमिका है जिसके लिए सरकार और निजी संस्थानों के महत्वपूर्ण साझा भूमिका रही है और यह आगे भी बनी रहने वाली है।
मुंबई में आयोजित अनुगा फूडटेक इंडिया और अनुगा सिलेक्ट इंडिया 2025 के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के कार्यकारी निदेशक सीतारामन रघुपति ने कहा कि भारत के खाद्य एवं पेय क्षेत्र में डेयरी सेक्टर का 25 फीसदी योगदान है, और भारत दुनिया के एक-चौथाई दूध का उत्पादन करता है, जिसकी बाजार कीमत 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। डेयरी सेक्टर में 2,35,000 गांवों के 1.7 करोड़ किसान जुड़े हुए हैं, जिनमें से 35 फीसदी महिलाएं हैं।
फूड प्रोसेसिंग व्यवसाय में डेयरी सेक्टर सबसे तेजी से बढ़ने वाला उद्योग बन गया है। सीतारामन रघुपति ने कहा कि देश का फूड प्रोसेसिंग सेक्टर आने वाले वर्षों में सबसे तेज़ी से बढ़ते उद्योगों में से एक होगा, क्योंकि सरकार इस क्षेत्र में 100 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति दे रही है। उन्होंने कहा कि भारत का खाद्य और पेय क्षेत्र तेज़ी से बढ़ रहा है, जिसे 180 मिलियन हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि, 7.5 लाख करोड़ रुपये के खाद्य प्रसंस्करण और उपभोक्ता खर्च के 40 फीसदी से अधिक के खाद्य लागत से समर्थन मिल रहा है।
अनुगा फूडटेक इंडिया और अनुगा सिलेक्ट इंडिया 2025 के समारोह में भारत, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, डीआर कांगो और थाईलैंड के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ कोलनमेसे जीएमबीएच और कोलनमेसे इंडिया के प्रमुखों ने भी भाग लिया। वक्ताओं ने नवाचार, वैश्विक व्यापार साझेदारी और प्रौद्योगिकी-आधारित विकास के केंद्र के रूप में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला।
कोएल्नमेसे प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मिलिंद दीक्षित ने कहा कि अनुगा फूड टेक इंडिया और अनुगा सिलेक्ट इंडिया, भारत के खाद्य एवं पेय क्षेत्र के लिए परिवर्तन के शक्तिशाली इंजन के रूप में कार्य कर रहे हैं। ये शो अगली पीढ़ी की तकनीकों तक पहुंचने, स्थायी समाधानों को अपनाने और दीर्घकालिक सहयोग बनाने के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान करते हैं।
उद्योग जगत के नेताओं का मानना है कि भारत का फूड प्रोसेसिंग और सामग्री क्षेत्र 8.8 फीसदी की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ रहा है, और यह सेक्टर 2030 तक दोगुना होने का अनुमान है। इसके अलावा, फूड टेक 14 फीसदी की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर के साथ वैश्विक मानकों से आगे निकल रहा है। भारत में फूड प्रोसेसिंग उपकरण बाजार के 2033 तक 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसके साथ ही, पैकेजिंग मशीनरी का कारोबार 2030 तक 6.6 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर जाएगा।