देश पूरे हर्षोल्लास से रविवार को अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। गणतंत्र दिवस पर निकलने वाली झांकी में भारत ने अपनी सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विरासत के साथ ही साथ बैंकिंग सेक्टर में हो रही क्रांति की भी झलक दिखाई। वित्तीय सेवा विभाग (DFS) की झांकी में बैंकिंग सेवाओं के विकास को दर्शाया गया। विभाग ने इसके तहत बैंकिंग सेवाओं के आधुनिकीकरण पर प्रकाश डाला, जिससे आर्थिक रूप से मजबूत और समावेशी राष्ट्र के लिए आर्थिक सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास को बढ़ावा मिला।
झांकी में सामने की ओर घूमता हुआ सुनहरा सिक्का भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था, इनोवेशन और समावेशी प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है। ATM का इस्तेमाल करती एक महिला ने बैंकिंग सेवाओं के विस्तार का संकेत दिया। UPI प्रतीक की ओर जाने वाला तीर भारत के नयी प्रौद्योगिकी को तेजी से अपनाने का प्रतीक है। पीछे के हिस्से में, एक जटिल रूप से डिजाइन की गई पोटली है, जो धन, समृद्धि और भारत की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।
झांकी के आधिकारिक विवरण में कहा गया कि इसमें भारत की समृद्ध विरासत को एक दूरदर्शी डिजिटल अर्थव्यवस्था के साथ मिलाने में उल्लेखनीय प्रगति को दर्शाया गया है। झांकी में कई पहल के जरिये नागरिकों, विशेष रूप से बैंकिंग सेवाओं से वंचित समुदायों के वित्तीय सशक्तिकरण पर जोर दिया गया है।
झांकी के किनारों पर लगी एलईडी स्क्रीन ने वित्तीय साक्षरता के महत्व पर जोर देने वाले दृश्य दिखाए। इस एलईडी स्क्रीन के जरिये प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY), प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), स्टैंडअप इंडिया (SUPI) और अटल पेंशन योजना (APY) जैसी योजनाओं को दर्शाया गया।
(एजेंसी के इनपुट के साथ)