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ग्लोबल साइबर फ्रॉड मामले ED का बड़ा एक्शन, दिल्ली-NCR और उत्तराखंड में कई जगहों पर छापेमारी

ED की यह कार्रवाई PMLA के तहत की जा रही है और इसमें दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और देहरादून में स्थित कम से कम 11 ठिकाने शामिल हैं।

Last Updated- August 06, 2025 | 9:55 AM IST
ED
ED को जांच में पता चला है कि ठगों ने पीड़ितों की धनराशि को क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया था।

ED raids in Delhi-NCR and Uttarakhand: केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और उत्तराखंड में कई ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई एक वैश्विक साइबर धोखाधड़ी गिरोह से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के अंतर्गत की गई है। इसमें भारतीय और विदेशी नागरिकों से करोड़ों रुपये की ठगी की गई थी। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी।

सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है और इसमें दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और देहरादून में स्थित कम से कम 11 ठिकाने शामिल हैं। बता दें, मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIRs पर आधारित है।

फर्जी अ​धिकारी बन करते थे ठगी

सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और देहरादून जैसे शहरों में सक्रिय ठग भारतीय और विदेशी नागरिकों को पुलिस या जांच एजेंसियों के अधिकारी बनकर डराते थे और गिरफ्तारी के नाम पर उनसे पैसे ऐंठते थे। इसके अलावा, वे खुद को माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन की तकनीकी सहायता सेवाओं के एजेंट बताकर भी लोगों से ठगी करते थे।

ED को जांच में पता चला है कि ठगों ने पीड़ितों की धनराशि को क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया था और इसे अपने पास ट्रांसफर कर लिया था। आरोपियों ने कई क्रिप्टो वॉलेट्स में लगभग ₹260 करोड़ की बिटकॉइन जुटाई थी, जिसे बाद में USDTs (डॉलर-समकक्ष क्रिप्टो टोकन) में बदलकर नकदी में तब्दील किया गया। यह लेन-देन कई हवाला ऑपरेटरों और यूएई में स्थित व्यक्तियों के माध्यम से किया गया।

First Published - August 6, 2025 | 9:55 AM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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