दिल्ली सरकार ने गर्मियों में होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए समर एक्शन प्लान (Summer action plan) की घोषणा कर दी है। इसमें धूल और खुले में कूड़ा पर सख्त नजर रखी जाएगी। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई टीमें गठित की गई हैं, जो प्रदूषण रोकने के उपायों की निगरानी करेगी।
धूल प्रदूषण रोकने मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों से होगी सड़कों की सफाई
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सर्दी और गर्मी में प्रदूषण के अलग अलग कारण होते हैं। इसलिए सरकार प्रदूषण रोकने के उपाय भी इसी आधार पर कर रही है। सर्दियों में विंटर एक्शन प्लान लागू किया था। अब सरकार गर्मियों में समर एक्शन प्लान लागू करने जा रही है।
30 विभागों ने मिलकर बनाया है समर एक्शन प्लान
30 विभागों ने मिलकर समर एक्शन प्लान बनाया है और इसके 14 मुख्य बिंदु है। गर्मियों में प्रदूषण का मुख्य कारण धूल हैै। इसे रोकने के लिए 84 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनें लगाई जा रही हैं। ताकि सड़कों की सफाई मशीनों से कराई जा सके।
इसके साथ ही 609 पानी के स्प्रिंकलर लगाए जा रहे हैं और 185 मोबाइल एंटी स्मॉग गन भी लगाई जा रही हैं। ये सब तो सरकार के पास मौजूद हैं। इसके अलावा सरकार 70 इंटीग्रेटेड मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन और 250 इंटीग्रेटेड वाटर स्प्रिंकलर खरीदेगी। पीडब्ल्यूडी की सड़कें मेकेनिकल मशीनों से साफ होंगी, जबकि छोटी सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाएगा। इससे मिट्टी उडना बंद हो जाएगी।
प्रदूषण पर नजर रखने बनाई पेट्रोलिंग टीमें
दिल्ली सरकार ने इस प्लान के तहत प्रदूषण पर नजर रखने के लिए पेट्रोलिंग टीमों का भी गठन किया है। पूरी दिल्ली में दोपहर के समय 225 और रात के समय 159 पेट्रोलिंग टीम लगाई जा रही हैं जो देखेगी कि कोई ऐसा स्रोत तो नहीं जहां से मिट्टी उड़ रही है। खुले में कूड़ा जलाने को रोकने के लिए दिन में 220 और रात में 176 पेट्रोलिंग टीम बनाई गई हैं।
लैंडफिल पर आग नियंत्रण के लिए एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार करके लागू किया जाएगा। 13 चिन्हित हॉट स्पॉट पर Real-time Source Apportionment study के जरिये उन स्रोतों की पहचान करने की कोशिश की जाएगी, जिनसे मिट्टी उड़ रही है। 500 मीटर से बडी निर्माण साइटों पर गहन नजर रखी जाएगी।
औद्योगिक क्षेत्रों में कचरा डंप करने वालों नजर रखेगी टीम गठित
औद्योगिक प्रदूषण रोकने के लिए उद्योगों में पीएनजी का प्रयोग हो रहा है। लेकिन औद्योगिक क्षेत्रों में अवैध रूप से कचरा डंप किया जाता है। इसे रोकने के लिए डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी की 33 टीम बनाई गई हैं। इसके अलावा इंडस्ट्रियल वेस्ट मैनेजमेंट के लिए योजना तैयार की जा रही है ताकि इसका संग्रहण व निस्तारण वैज्ञानिक विधि से किया जा सके। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को ठीक करने की प्रक्रिया भी तैयार की जा रही है।
देश की संसद ने भी माना है कि दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है। ये दिल्लीवालों की मेहनत का नतीजा है। हमें इसमें और सुधार करना है। दिल्लीवासियों के साथ मिलकर इस बार भी हम ‘Summer Action Plan’ को प्रभावी रूप से लागू करेंगे। https://t.co/Hj0hgfzM4I
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 1, 2023
ग्रीन कवर बढ़ाने पर जोर देगी सरकार
ग्रीन कवर बढाने के लिए 52 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। जिसमें से 42 लाख पौधे समर सीजन में लगाए जाएंगे और इसमें से 4 लाख मुफ्त बांटे जाएंगे। ट्री ट्रांसप्लांट नीति के तहत जो पौधे लगाए जाते हैं, उनमें यह कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा पौधे जीवित बचे रहें। इसके लिए विशेष टीम का गठन किया जा रहा है। 7 सिटी फारेस्ट बनाए जा रहे हैं। आधे एकड़ से ज्यादा बड़े करीब 3500 पार्कों का विकास दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। बाकी बचे 16-17 हजार पार्कों को अगले साल तक विकसित कर लिया जाएगा।
प्रदूषित दिनों की संख्या घटी, अच्छे दिनों की बढी
केजरीवाल ने कहा कि 2016 से अब तक प्रदूषण के स्तर में 30 फीसदी कमी है। 2016 में 26 दिन ऐसे होते थे, जब प्रदूषण खतरनाक स्तर पर होता था 2022 मेें ये दिन घटकर केवल 6 रह गए। 2016 में बहुत खराब और गंभीर दिन दोनों मिलाकर 124 दिन थे, जो अब 72 रह गए हैं। गुड, मोडरेट व सेटिस्फेक्ट्री दिनों की संख्या 109 से बढ़कर 163 दिन हो गई है।