3 UPSC aspirants dead after coaching centre flooded
दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उन तीन विद्यार्थियों (दो छात्रा और एक छात्र) के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की सोमवार को घोषणा की, जिनकी यहां ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने से मौत हो गई थी।
राज निवास से जारी बयान के अनुसार, उपराज्यपाल ने इस दुखद घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की और दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस), पुलिस और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। उपराज्यपाल ने कुछ छात्रों से बातचीत की, जबकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने “वापस जाओ” के नारे लगाए।
आक्रोशित छात्रों ने एमसीडी और दिल्ली पुलिस के खिलाफ भी नारे लगाए। गुस्साए छात्रों ने “हमें न्याय चाहिए” का नारा भी लगाया और जोर देकर कहा कि उपराज्यपाल पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधक के पीछे खड़े होने के बजाय उनके पास आकर अपनी बात रखें। नारेबाजी तेज होने पर सक्सेना उन्हें ठीक से संबोधित किए बिना ही लौट गए। हालांकि, उन्होंने कहा, “मैं आपके साथ हूं।”
उन्होंने कहा किउनका वादा है कि छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं राजभवन से जारी बयान में कहा गया है कि प्रत्येक पीड़ित के परिजन को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। बयान में कहा गया है कि इस साल की शुरुआत में मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने की घटना में दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के तहत गठित एमसीडी और डीएफएस का एक संयुक्त कार्य बल राजेंद्र नगर क्षेत्र की सभी इमारतों का सर्वेक्षण भी करेगा।
बयान में कहा गया है कि यह सभी ‘बेसमेंट’ और अन्य अवैध संरचनाओं को सील करेगा, जो भवन उपनियमों, दिल्ली मास्टर प्लान (एमपीडी) 2021 और अग्नि सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन करते हैं।