झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें राजभवन में पद की शपथ ग्रहण कराई।
चंपई सोरेन के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता सत्यानंद भोक्ता ने राज्य के मंत्रियों के रूप में शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित किया गया और इस अवसर पर झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
आदिवासी नेता चंपई सोरेन (67) राज्य के 12वें मुख्यमंत्री हैं। वह झारखंड के कोल्हान क्षेत्र से छठे मुख्यमंत्री हैं। कोल्हान क्षेत्र में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले शामिल हैं।
चंपई सोरेन को राज्यपाल ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नियुक्त किया था। इससे पहले चंपई सोरेन ने राज्यपाल से सरकार बनाने के उनके दावे को जल्द से जल्द स्वीकार करने का आग्रह किया था, क्योंकि राज्य में ‘भ्रम’ की स्थिति बनी हुई थी और प्रदेश में कोई मुख्यमंत्री नहीं था। यह स्थिति बुधवार को हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में मुख्यमंत्री न होने की वजह से थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था।
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पांच फरवरी को विश्वास मत हासिल करेगी। प्रदेश के मंत्री आलमगीर आलम ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
आलम ने बताया, ‘बहुमत साबित करने के लिए शक्ति परीक्षण पांच फरवरी को दो दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले दिन होगा।’
झामुमो नीत गठबंधन के विधायक शुक्रवार को हैदराबाद चले गए। ये विधायक हैदराबाद इसलिए गए हैं क्योंकि गठबंधन को आशंका है कि विश्वास मत से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उनकी खरीद-फरोख्त का प्रयास कर सकती है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि करीब 40 विधायक दो उड़ानों से हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर पहुंचे। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि कि विधायकों को कहां ठहराया जाएगा। भाषा
झारखंड में एक विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शुक्रवार को पांच दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया।
सोरेन को भूखंड के ‘अवैध’ कब्जे और ‘भूमि माफिया’ के साथ कथित संबंध से जुड़े धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सात घंटे तक पूछताछ किए जाने के बाद बुधवार रात गिरफ्तार किया गया था।