बिहार में पिछले कई दिनों से चल रहे राजनीतिक उहापोह का दौर करीब-करीब खत्म हो गया है। जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में नौंवी बार और अपने वर्तमान 5 वर्षीय कार्यकाल में तीसरी बार मुख्यमंत्री बन गए हैं। उनके इस कार्यकाल को अभी साढ़े तीन साल पूरे हुए हैं। CM नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद की शपथ राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने दिलाई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भाजपा के दो नेता सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार आज यानी 28 जनवरी को भाजपा का समर्थन हासिल करने के बाद नौंवी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं। नीतीश सरकार के इस गठबंधन में जीतनराम मांझी की पार्टी हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा-HAM) भी शामिल है। अगर आज शपथ लेने वाले कुल मंत्रिमंडल सदस्यों की बात की जाए तो इसमें 3 सदस्य भाजपा के, 3 जदयू के, 1 हम के और 1 निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
शपथ ग्रहण से पहले पहुंचे नीतीश कुमार जैसे ही राजभवन पहुंचे, उन्होंने सबसे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान ही मोदी-मोदी का जमकर नारा लगता रहा।
भाजपा की तरफ से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई जा रही है। गौरतलब है कि 54 वर्षीय सम्राट चौधरी महज 6 साल पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके पहले वे लालू यादव की पार्टी राजद और जद(यू) में भी नेता रहे थे। 27 मार्च, 2023 को उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।
बिहार में भाजपा के विजय कुमार सिन्हा ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 55 वर्षीय विजय सिन्हा पिछली ही बार राजग गठबंधन के साथ बनी नीतीश कुमार की सरकार में स्पीकर थे। भुमिहार समुदाय से आने वाले सिन्हा नीतीश कुमार की पिछली सरकार में (राजद के साथ गठबंधन) विपक्ष के नेता थे। दिलचस्प बात यह है कि इस बार के चुनाव में उन्होंने राजद नेता बिहारी सिंह को सिर्फ 126 वोटों से मात दी थी।
विजय कुमार चौधरी: नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले समस्तीपुर जिले के सरायरंजन विधानसभा से विधायक विजय कुमार चौधरी ने भी नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए आज शपथ ली। 66 वर्षीय विजय कुमार चौधरी 1982 से ही विधायक चुने जाते रहे हैं। वे 2005 में कांग्रेस छोड़कर नीतीश कुमार के साथ आ गए थे। ये भी भुमिहार समुदाय के नेता हैं।
विजेंद्र प्रसाद यादव: सुपौल से विधायक विजेंद्र प्रसाद यादव ने भी नीतीश सरकार में शामिल हुए। सुपौल विधानसभा से 30 साल से लगातार विधायक की कुर्सी थामे हुए हैं। 1967 में पहली बार राजनीति का दामन थामने वाले विजेंद्र 1990 में पहली बार बिहार राज्य में मंत्री बने थे।
प्रेम कुमार: मनोनीत मंत्री डॉ. प्रेम कुमार बिहार के गया शहर से लगातार 8 बार से भाजपा से विधायक रहे हैं। आज उन्होंने नीतीश सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। वे साल 1990 से लगातार विधायक चुने जाते रहे हैं।
श्रवण कुमार: नालन्दा से लगातार 7 बार से जदयू विधायक और नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले श्रवण कुमार ने वर्तमान सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने जेपी आंदोलन के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।
संतोष कुमार ‘सुमन’: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम-HAM) पार्टी के विधायक और जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार ने भी आज बिहार राज्य के मंत्री पद की शपथ ली।
सुमित कुमार सिंह: बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे और जमुई की चकाई सीट से विधानसभा पहुंचे सुमित कुमार सिंह ने बिहार राज्य के मंत्री के तौर पर शपथ ली। गौरतलब है कि 2015 में जदयू से से टिकट कटने के बाद ने पार्टी से अलग हो गए थे और निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हालांकि उस बार उन्हें हार मिली थी। फिर 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की।